अस्पताल की ओपीडी रही बंद, इमरजेंसी में पहुंचे सैकड़ों मरीज; एंटी रेबाज वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़
दशहरा के अवसर पर गाजियाबाद के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं बंद रहने से इमरजेंसी में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई। एमएमजी अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने वालों की भीड़ रही। वहीं एनडीआरएफ की 8वीं वाहिनी में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया जिसमें शस्त्र पूजन और हवन शामिल थे।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। दशहरा के चलते जिले के सरकारी अस्पतालों में बृहस्पतिवार को ओपीडी सेवाएं बंद रहीं। ऐसे में अस्पतालों की इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ गई। अकेले जिला एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में सुबह से लेकर देर शाम तक चार सौ से अधिक मरीज पहुंचे।
सीएमएस डा. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि सबसे अधिक लोग कुत्ता, बिल्ली और बंदर के काटने पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाने पहुंचे। 50 से अधिक लोगों में 14 बच्चों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई गई। इसके अलावा बुखार,उल्टी-दस्त से परेशान 21 बच्चों को भर्ती किया गया।
पांच मरीजों को रेफर किया गया। अस्पताल का डेंगू वार्ड मरीजों से भर गया है। बर्न वार्ड के साथ सामान्य वार्ड में भी बेड खाली नहीं हैं।
एनडीआरएफ में धूमधाम से मनाया गया दशहरा पर्व
कमला नेहरूनगर स्थित एनडीआरएफ की 8वीं वाहिनी में दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया।उप महानिरीक्षक प्रवीण कुमार तिवारी ने कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि राष्ट्रीय सेवा, कर्तव्यबोध और सांस्कृतिक मूल्यों की जीवंत अभिव्यक्ति का प्रतीक है।
नवरात्र में वाहिनी परिसर में मां दुर्गा के विविध रूपों की विधिवत पूजा-अर्चना की गई। प्रत्येक दिन की आराधना में मां के एक-एक स्वरूप को समर्पित भाव से नमन किया गया, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा और सामूहिक श्रद्धा की अनूठी छटा बिखरी रही। नवमी के दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा के उपरांत विधिविधान से हवन सम्पन्न हुआ, जिसमें वाहिनी के अधिकारी, रेस्क्यूर्स एवं उनके परिवारजनों ने भाग लिया।
इसके पश्चात परंपरागत बल परंपरा के अनुसार शस्त्र पूजन सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रत्येक शस्त्र को नमन करते हुए रेस्क्यूर्स ने अपने कर्तव्य, साहस और समर्पण को पुनः स्मरण किया। इस मौके पर डा. अनुपमा गौतम ,नरेश कुमार नामदेव ,राजेन्द्र कुमार और विकास सिंह मौजूद रहे।
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