गाजियाबाद में महज 356 होटल संचालकों के पास लाइसेंस, बाकी अवैध रूप से कर रहे संचालन
गाजियाबाद जिले में अवैध होटलों की संख्या चिंताजनक है। केवल 356 होटलों के पास ही लाइसेंस है। कई होटल रिहायशी इलाकों में भी चल रहे हैं और वे मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं। प्रशासन ने ऐसे होटलों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है और पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजा गया है। पहले भी 192 होटल सील किए गए थे लेकिन कुछ फिर से खुल गए।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। जिले में बड़ी संख्या में अवैध रूप से होटल संचालित किए जा रहे हैं। ये होटल शहर से लेकर देहात क्षेत्र में भी है। व्यावसायिक नहीं रिहायशी इलाकों में भी होटल का संचालन किया जा रहा है। इसका पता जिला प्रशासन द्वारा तैयार जिले में लाइसेंस लेकर संचालित किए जा रहे होटलों की सूची तैयार करने से हुआ है, जिसमें पता चला की लाइसेंस लेकर संचालित होटलों की संख्या महज 356 ही है।
होटल, रिजार्ट, अतिथि गृह, फार्म स्टे हाउस का संचालन करने के लिए संचालक को सराय एक्ट के तहत जिला प्रशासन से लाइसेंस लेना पड़ता है। लाइसेंस तभी मिलता है जब अग्निशमन विभाग, पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, पर्यटन सहित छह से अधिक विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना होता है।
सभी विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही जिला प्रशासन द्वारा लाइसेंस जारी किया जाता है। जिले में संचालित कई होटल ऐसे हैं, जो कि मानकों पर खरे नहीं उतरते हैं। ऐसे में उनको संबंधित विभागों से न तो अनापत्ति प्रमाण पत्र मिल सकता है न ही जिला प्रशासन से लाइसेंस मिल सकता है।
ऐसे में होटल संचालकों ने बिना लाइसेंस के ही होटलों का संचालन शुरू कर दिया है। बिना लाइसेंस चल रहे होटलों में कई बार अनैतिक कार्यों का भी पर्दाफाश हो चुका है, पूर्व में कई आरोपित गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं।
लाइसेंस के लिए लागू है सिंगल विंडो सिस्टम
जिले में होटल, अतिथि गृृह, रिजार्ट आदि के लाइसेंस के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया गया है। जिससे कि मानकों का पालन कर बनाए गए होटलों को लाइसेंस आसानी से मिल सके, इसके बावजूद लाइसेंस लेने में होटल संचालक लापरवाही कर रहे हैं।
एक दिन के अभियान में ही सील किए गए थे 192 होटल
जिले में नौ माह पहले पुलिस ने अवैध होटलों के खिलाफ एक दिवसीय अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान 192 होटल बिना लाइसेंस के संचालित मिले, जिनको सील किया गया। सूत्रों का दावा है कि इनमें से कई होटल चोरी छिपे खुल चुके हैं।
जिले में लाइसेंस लेकर संचालित होटलों की सूची तैयार की गई है। अवैध रूप से संचालित होटलों को बंद कराने के लिए पुलिस कमिश्नर को पत्र भेजा गया है। जिससे कि अवैध रूप से संचालित होटलों को जल्द ही बंद कराया जा सके और होटल संचालकों पर कार्रवाई की जा सके। - संतोष उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट
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