'90 ग्राम सोने के जेवर में से महज छह ग्राम का एक कंगन बरामद', मोदीनगर पुलिस के पर्दाफाश पर उठे सवाल
मोदीनगर में जेवर साफ करने के बहाने ठगी करने वाले गिरोह के खुलासे पर विवाद हो गया है। रिटायर दारोगा ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उन्हें जेवर बरामदगी के मामले में गुमराह किया गया। पीड़ित के अनुसार पुलिस ने सिर्फ छह ग्राम का कंगन बरामद किया जबकि उनके 90 ग्राम सोने के जेवर चोरी हुए थे और दिखाया गया कंगन भी उनका नहीं था।

जागरण संवाददाता, मोदीनगर। जेवर साफ कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के मोदीनगर पुलिस के पर्दाफाश पर रिटायर दारोगा ने सवाल खड़े किये हैं। आरोप है कि पुलिस ने उन्हें जेवर बरामदगी को लेकर गुमराह किया। 90 ग्राम सोने के जेवर में से महज छह ग्राम का एक कंगन बरामदगी का आरोप है। पर्दाफाश में दिखाया गया सोने का कंगन भी उनका नहीं था।
उन्होंने पुलिस से कहा लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले में पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत करने की बात कही है। मोदीनगर की मोहन पार्क कालोनी के एनपी पंत यूपी पुलिस से रिटायर दारोगा हैं। उनके घर कुछ दिन पहले दो आरोपित आए और खुद को जेवर साफ करने वाला बताया।
आरोपितों ने एनपी पंत के गले से सोने की चेन व उनकी पत्नी के सोने के कड़े निकलवाए। इसके बाद दोनों को गर्म पानी लाने के लिए घर के अंदर भेजा। इसी बीच दोनों आरोपित वहां से फरार हो गए। एनपी पंत की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ा।
उनके पास से एक कंगन बरामद हुआ। पीड़ित का कहना है कि पुलिस ने केवल छह ग्राम का एक कंगन बरामद किया। जबकि उनके 90 ग्राम जेवर आरोपित लेकर गए थे। बदमाशों को पकड़ने के बाद पुलिस ने एनपी पंत को थाने बुलाया और बरामद कंगन दिखाया लेकिन एनपी पंत ने वह कंगन अपना नहीं होने की बात कही। पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी।
घटना का पर्दाफाश कर आरोपितों को जेल भेज दिया। एनपी पंत का कहना है कि पुलिस ने सही पर्दाफाश नहीं किया है। मामले में एसीपी का कहना है कि पर्दाफाश पर लगे आरोप पूरी तरह गलत हैं। बदमाशों से जो कंगन बरामद हुआ वहीं पीड़ित काे दिखाया गया था।
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