11 राज्यों में साइबर ठगी करने वाला गिरोह दबोचा, कार को बना दिया था कॉल सेंटर, 700 से अधिक लोगों को ठगा
गाजियाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने एक ठग गिरोह का पर्दाफाश किया है जो कार में कॉल सेंटर बनाकर ठगी करते थे। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो नौकरी और गैस एजेंसी के नाम पर ठगी करते थे। ये आरोपी फर्जी आईडी से सिम लेकर लोगों को कॉल करते थे और उनसे पैसे वसूलते थे। आरोपियों पर 11 राज्यों में मामले दर्ज हैं।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर क्राइम पुलिस ने चलती-फिरती कार को काॅल सेंटर बनाकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने विजय नगर थाना क्षेत्र से चार ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपित डेढ़ वर्ष से ठगी की घटना को अंजाम दे रहे थे। अब तक देश भर के 700 से अधिक लोगों को ठगी का शिकार बना चुके थे। यह गिरोह नौकरी और गैस एजेंसी का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ठगी करता था।
बदलते रहते थे लोकेशन
एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित फर्जी आइडी की सिम से लोगों को काॅल कर उन्हें नौकरी दिलाने का लालच देते थे। काॅल करने के लिए आरोपितों ने आफिस नहीं खोला था। इनके पास होंडा अमेज कार थी। इस कार को अलग-अगल जगह पर खड़ी कर काॅल करते थे। कार खड़ी करने की लोकेशन बदलते रहते थे।
देता था फर्जी आईडी की सिम
इस वजह आरोपित पुलिस के हाथ नहीं लग रहे थे। गिरफ्तार राहुल यादव और शुभम सिंह चौहान नोएडा की निजी कंपनी में नौकरी करते थे। दोनों ने ठगी करना शुरू किया। दोनों ने हेमेंद्र और रविंद्र नामक शख्स को भी गिरोह में शामिल कर लिया। रविंद्र धोखाधड़ी से आने वाले पैसों के लिए बैंक खाते उपलब्ध कराता था। वहीं रविंद्र फर्जी आईडी की सिम की व्यवस्था करता था। वह काॅल करने के लिए डाटा भी उपलब्ध कराता था।
11 राज्यों में सात मामले दर्ज
आरोपित दक्षिण भारत के लोगों को निशाना बनाते थे। आरोपितों का दावा है कि उत्तर भारत के लोग ठगी का शिकार आसानी से नहीं होते थे। आरोपितों ने विभिन्न रसोई गैस कंपनियों कूटरचित गैस एजेंसी आवंटन पत्र बनाए थे। इनके पास से 11 मोबाइल, छह चेकबुक, एक पासबुक, आठ एटीएम कार्ड, कूटरचित 337 गैस एजेंसी आवंटन पत्र और होंडा अमेज कार बरामद हुई है। इनके खिलाफ कुल 30 लाख रुपये की साइबर ठगी की घटनाओं में 11 राज्यों में सात मामले दर्ज हैं।
इस तरह करते थे ठगी
आरोपित एजेंसी का आवंटन फार्म भरवाकर पैसे जमा कराते थे। आवंटन पत्र बनाकर वाट्सएप पर भेजते थे। सरकारी वेबसाइट के फर्जी फोटो भी पीड़ित को शेयर करते थे। आरोपित फाइल चार्ज, सिक्योरिटी राशि आदी के नाम पर 1150 से लेकर 13 लाख रुपये तक लेते थे। इनके पास विभिन्न गैस एजेंसी के नाम से 700 से अधिक कूटरचित आवंटन पत्र मिले हैं।
गिरफ्तार आरोपितों का विवरण
आरोपित का नाम | निवास | शिक्षा |
राहुल यादव | क्रसिंग रिपब्लिक गाजियाबाद | स्नातक |
शुभम सिंह | ग्वालियर, मध्य प्रदेश | 12वीं पास |
हेमेन्द्र | काशीरामनगर जनपद कासगंज | 12वीं पास |
रविंद्र कुमार | गांगीरी जनपद अलीगढ़ | 5वीं पास |
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