तीन साल पहले ही दिल्ली से राजनगर एक्सटेंशन शिफ्ट हुए थे सर्राफा कारोबारी जितेंद्र; इस वजह से किया सुसाइड
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में सर्राफा कारोबारी जितेंद्र कुमार की आत्महत्या मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में पता चला है कि रुपये के लेनदेन को साबित न कर पाने और लोन चुकाने में आ रही दिक्कत के कारण तनाव था। मृतक के भाई की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन की आफिसर सिटी-2 निवासी सर्राफा कारोबारी जितेंद्र कुमार की आत्महत्या की वजह शुरूआती जांच में रुपयों के लेनदेन को साबित नहीं कर पाने और लोन की रकम चुकाने में आ रही आर्थिक दिक्कत रही। इसी तनाव के कारण आत्महत्या किया जाना पुलिस को लग रहा है।
मृतक के भाई की शिकायत पर बुधवार रात को ही अक्षय वर्मा, रीता वर्मा और अन्नू वर्मा के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मृतक के भाई अमित वर्मा के मुताबिक वह दिल्ली में उस्मानपुर थानाक्षेत्र के जगजीत नगर निवासी हैं। उनके भाई जितेंद्र कुमार ने तीन वर्ष पूर्व ही राजनगर एक्सटेंशन में रहना शुरू किया था। उनके भाई का सोने का व्यापार था।
उनके भाई ने अक्षय वर्मा, रीता वर्मा और अन्नू वर्मा को व्यापार में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का सोना दिया गया था, लेकिन आरोपितों ने रुपये मांगने पर उनके भाई को जान से मारने की धमकी दी थी। उनके भाई को प्रताड़ित किया रहा था क्योंकि पुलिस में शिकायत करने के बाद भी आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
लेनदेन का साक्ष्य न देने के कारण नहीं हुई कार्रवाई
डीसीपी सिटी धवल जायसवाल के मुताबिक पुलिस में जितेंद्र ने कुछ दिन पूर्व रुपयों के लेनदेन की शिकायत की थी, लेकिन जितेंद्र एवं आरोपित पक्ष दोनों ही कोई साक्ष्य नहीं दे पाए। जितेंद्र रुपये दिन जाने का कोई प्रमाण नहीं दे पाए इसलिए पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर पाई। मामले में बुधवार रात केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
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