गाजियाबाद में योजनाओं का बंदरबांट! पति-पत्नी एक साथ ले रहे PM किसान सम्मान निधि का लाभ, नाबालिग भी बने किसान
गाजियाबाद में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में अपात्रों द्वारा सेंध लगाने का मामला सामने आया है। नियमों का उल्लंघन करते हुए कई परिवारों में पति-पत्नी दोनों योजना का लाभ उठा रहे हैं वहीं नाबालिगों ने भी किसान बनकर पंजीकरण करा लिया है। ऐसे 3751 लोगों को चिह्नित किया गया है और सरकार ने धनराशि भेजने पर रोक लगा दी है। कृषि विभाग इन अपात्रों से वसूली करेगा।

अभिषेक सिंह, गाजियाबाद। पीएम किसान सम्मान निधि योजना में अपात्रों ने सेंध लगाई है। नियम के तहत परिवार के एक सदस्य को ही योजना का लाभ मिल सकता है लेकिन जिले में कई परिवार ऐसे हैं, जिनमें पति के साथ पत्नी भी योजना का लाभ ले रही है।
नाबालिगों ने भी योजना का लाभ लेने के लिए खुद को किसान दर्शाकर पंजीकरण करा लिया है। जिले में इस तरह के 3,751 लोगों को चिह्नित किया गया है, केंद्र सरकार की ओर से ऐसे लाभार्थियों को पीएम किसान सम्मान निधि देने पर रोक लगा दी है, इनके सत्यापन की जिम्मेदारी कृषि विभाग के अधिकारियों को दी गई है।
जिले में पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या 45 हजार से अधिक है। इस योजना के तहत सालाना छह हजार रुपये की धनराशि तीन किस्तों में दी जाती है। दो हेक्टेयर तक भूमि वाले छोटे और सीमांत किसान इसके लिए पात्र हैं।
नियम के तहत इस योजना का लाभ एक परिवार में एक ही सदस्य को मिल सकता है। परिवार का मतलब पति, पत्नी और नाबालिग बच्चे हैं। इसके लिए आधार कार्ड, नागरिकता का प्रमाण, कृषि भूमि के स्वामित्व की पुष्टि करने वाले दस्तावेज और बैंक अकाउंट डिटेल की जानकारी देकर किसान वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करा सकते हैं।
वर्ष 2019 में केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी और अब तक 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। इस योजना में पहले आयकरदाताओं ने सेंध लगाई थी, उनको चिह्नित कर लाभार्थी की सूची से हटाया जा चुका है।
अब केंद्र सरकार ने इस योजना का लाभ ले रहे एक परिवार के एक से अधिक व्यक्ति, नाबालिग, एक ही भूमि के दो मालिक और दस्तावेजों में कमी वाले लोगों को चिह्नित किया है, ऐसे लोगों के बैंकखातों में पीएम किसान सम्मान निधि की धनराशि भेजने पर रोक लगा दी गई है। चिह्नित किए गए लोगों की सूची सभी जिलों में भेज दी गई है, जिससे की उनका सत्यापन जिला स्तर पर भी हो सके।
- एक परिवार के पति और पत्नी द्वारा योजना का लाभ लेने वालों की संख्या - 449
- योजना का लाभ लेने वाले नाबालिगों की संख्या - 60
- एक ही जमीन पर दो लोगों द्वारा लिए जा रहे रहे लोगों की संख्या - 930
- दस्तावेज पूरे न होने के बावजूद लाभ लेने वालों की संख्या - 1,999
- अन्य अपात्रों की संख्या - 313
पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ लेने वाले संदिग्ध अपात्रों की सूची प्राप्त हुई है। ऐसे लोगों का सत्यापन किया जा रहा है, जिन लोगों ने गलत तरीके से योजना का लाभ लिया है, उनको अब तक पीएम किसान सम्मान निधि की जितनी धनराशि मिली है, उसकी रिकवरी की जाएगी। इसके लिए नोटिस जारी किया जाएगा। ऐसे लोगों के सत्यापन के लिए तहसील प्रशासन की भी मदद ली जा रही है। - रामजतन मिश्र, उप कृषि निदेशक, गाजियाबाद
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