चैनल खरीदने के नाम पर 2.61 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी, सभी डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर कर लिया 'डिजिटली कब्ज़ा'
शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र में चैनल खरीदने के नाम पर 2.61 लाख की धोखाधड़ी हुई। महुआ चैनल के निदेशक विंसेंट आर पीटर ने दो लोगों पर आरोप लगाया है। आरोप ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। शालीमार गार्डन थानाक्षेत्र में एक चैनल खरीदने के नाम पर 2.61 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आया है। दरअसल, चैनल के निदेशक ने दो लोगों को नामजद करते हुए शालीमार गार्डन थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि आरोपितों ने कुछ रकम का भुगतान कर इंटरनेट मीडिया प्लेटफाॅर्म पर पासवर्ड बदल दिए। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
दिल्ली के मयूर विहार में रहने वाले विंसेंट आर पीटर ने दर्ज एफआईआर में बताया है कि वह महुआ चैनल के निदेशक हैं। चैनल में कार्यरत झारखंड निवासी सौरभ रंजन ने साल 2020 में काम छोड़ दिया था। इसके बाद वह रिटेनरशिप में चैनल के डिजिटल प्लेटफाॅर्म को देखता था।
कंपनी से एक समझौता किया
उनका कहना है कि सौरभ रंजन ने उन्हें शालीमार गार्डन के दिलशाद एक्सटेंशन दो में रहने वाले सहबाज अंसारी से मिलवाया था। शहबाज ने चैनल को खरीदने की बात कही और अक्टूबर 2024 में सहबाज अंसारी की कंपनी से उन्होंने एक समझौता किया।
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इसके तहत सहबाज को उन्हें दो किश्तों में 3.40 करोड़ रुपये देने थे। आरोप है कि आरोपित ने उन्हें केवल 79 लाख रुपये देकर ही चैनल के सभी डिजिटल प्लेटफाॅर्म शहबाज और सौरभ ने अपने कब्जे में ले लिए। सौरभ को डिजिटिल प्लेटफार्म के बारे में पहले से पता था तो उसने सभी के पासवर्ड बदल दिए और समझौते की मूल प्रति भी चोरी कर ली।
मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू
आरोप है कि इस धोखाधड़ी के बाद सौरभ झारखंड भाग गया और सहबाज अंसारी का भी पता नहीं चल पा रहा है। उन्होंने मामले की शिकायत डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटील से की। एसीपी शालीमार गार्डन अतुल कुमार सिंह का कहना है कि मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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