गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया रोकथाम को जुर्माना लगाने की प्रक्रिया शुरू, पांच को नोटिस जारी
गाजियाबाद में डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जुर्माना लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। चेतावनी के बाद भी घरों में लार्वा मिलने पर पांच लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सर्वे तेज कर रहा है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। डेंगू और मलेरिया रोकथाम को जुर्माना लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। शनिवार को ऐसे पांच लोगों को नोटिस जारी किये गये हैं, जो चेतावनी के बाद भी कूलर,एसी और गमलों की सफाई नहीं कर रहे हैं। चेतावनी के बाद इनके घरों में डेंगू मच्छर का लार्वा मिला है। अब 24 घंटे बाद फिर से घर में डोमेस्टिक ब्रीड चेकर टीम जायेगी।
यदि मच्छर का लार्वा मिल गया तो चालान जारी कर दिया जायेगा। यदि लार्वा नहीं मिला तो नोटिस निरस्त कर दिया जायेगा। जिला मलेरिया अधिकारी जीके मिश्रा का कहना है कि अगले दस दिन में पांच सौ से अधिक लोगों पर जुर्माना लगाने की योजना है।
शनिवार को डेंगू के पांच और मलेरिया का एक नया केस मिलने पर अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सर्वे तेज कर दिया गया है। छतों पर पानी मिलने वाले घरों में लार्वा ट्रेस किया जाएगा। डेंगू के नये केसों में राजनगर एक्सटेंशन, मुरादनगर, डिफेंस कॉलोनी, अकबरपुर बहरामपुर और कौशलनगर में पांच साल का बच्चा डेंगू संक्रमित मिला है।
चार मरीजों की जांच रिपोर्ट सरकारी लैब से और एक मरीज की जांच रिपोर्ट प्राइवेट लैब से आई है। सरकारी लैब में जांच के बाद एक मलेरिया के केस की पुष्टि हुई है। मलेरिया के कुल केसों की संख्या 79 हो गई है। डेंगू के छह मरीज अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से चार मरीजों का इलाज जिला एमएमजी अस्पताल के डेंगू वार्ड में चल रहा है। कुल मरीजों की संख्या 146 हो गई है।
जिला सर्विलांस अधिकारी आरके गुप्ता ने बताया कि डेंगू मच्छर का लार्वा मिलने पर शनिवार को अलग-अलग स्थानों पर 210 लोगों को नाेटिस दिया गया है। उनकी सलाह है कि मच्छरदानी में सोएं। एसी और कूलर की सफाई जरूर करें। बुखार होने पर केवल पीसीएम की गोली लें। चिकित्सक को दिखाने के बाद ही अन्य दवाएं खाएं।
बुखार के मरीजों को घर के पास मिलेगी दवा
स्वास्थ्य विभाग ने एक हजार से अधिक आशा कार्यकर्ताओं के घर पर फीवर क्लीनिक बनाने की योजना तैयार की है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की आशा कार्यकर्ताओं के घर पर पीसीएम, ओआरएस, आयरन और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा में गोलियां भेजी जाएंगी। बुखार ,मधुमेह के अलावा डेंगू व मलेरिया की रैपिड जांच को किट भी दी जाएगी।
उच्च रक्तचाप एवं आक्सीजन स्तर नापने के उपकरण भी दिये जाएंगे। आशा की सलाह पर संबंधित मरीज को नजदीकी यूपीएचसी,सीएचसी और जिला अस्पताल भेजने का इंतजाम किया जाएगा। इसके लिए एंबुलेंस सेवा से कनेक्ट किया जाएगा। सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि रात में यदि किसी को बुखार होता है तो उसे आशा के माध्यम से तुरंत दवा मिलेगी।
पिछले पांच वर्षों में मिले डेंगू-मलेरिया के केसों का विवरण
वर्ष | डेंगू के मामले | मलेरिया के मामले |
---|---|---|
2021 | 1238 | 31 |
2022 | 901 | 19 |
2023 | 1261 | 28 |
2024 | 196 | 27 |
2025 | 146 | 79 |
सितंबर में मिले डेंगू के मरीजों का विवरण
तिथि | केस |
---|---|
1 | 3 |
2 | 5 |
3 | 2 |
4 | 3 |
5 | 3 |
6 | 4 |
7 | 2 |
8 | 5 |
9 | 5 |
10 | 5 |
11 | 2 |
12 | 2 |
13 | 3 |
14 | 2 |
15 | 2 |
16 | 4 |
17 | 6 |
18 | 5 |
19 | 6 |
22 | 5 |
23 | 5 |
24 | 7 |
25 | 5 |
26 | 6 |
27 | 5 |
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।