चलाता था टैक्सी लेकिन बैंक खाते में मिला 4.03 करोड़ का ट्रांजेक्शन, गाजियाबाद पुलिस की गिरफ्त में ड्राइवर
गाजियाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे गिरोह के सदस्य को पकड़ा है जिसने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से 9.76 करोड़ रुपये की ठगी की। आरोपी मनोज खटीक टैक्सी चालक है और उसने 10% कमीशन पर अपने खाते ठगों को दिए थे। इन खातों में 4.03 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ। पुलिस के अनुसार इस गिरोह ने दिल्ली गुजरात हरियाणा और अन्य राज्यों में कई ठगी की हैं।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने देशभर के विभिन्न राज्यों में रहने वाले 17 लोगों से 9.76 करोड़ रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के एक बदमाश को गिरफ्तार किया है।
पकड़ा गया आरोपी राजस्थान के चित्तौड़गढ़ निवासी टैक्सी चालक मनोज खटीक है। आरोपी ने उदयपुर निवासी एक ठग को अपने तीन बैंक खाते 10 प्रतिशत कमीशन पर दिए हुए थे।
उसके खाते में पुलिस को 4.03 करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन भी मिला है। आरोपी के खाते में वसुंधरा निवासी एक व्यक्ति से जून में हुई ठगी के 68.60 लाख रुपये में से कुछ धनराशि ट्रांसफर हुई थी।
एसीपी क्राइम भास्कर वर्मा के मुताबिक वसुंधरा निवासी उमाकांत जेना से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 68.60 लाख रुपये की ठगी हुई थी। इस केस की जांच में पुलिस को चित्तौड़गढ़ के मोहल्ला ताणा निवासी मनोज खटीक की भूमिका मिली।
पुलिस ने आरोपी को कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 12वीं पास है और टैक्सी चालक है। उसकी मुलाकात वर्ष 2023 में उदयपुर निवासी जयेश खटीक से हुई थी।
जयेश खटीक ने उसे साइबर ठगी के लिए 10 प्रतिशत कमीशन पर खाता मुहैया कराने के लिए तैयार किया। इसके बाद दोनों ने श्री कृष्णा इंटरप्राइजेज फर्म खोलकर बैंक में चालू खाता खुलवाया।
फर्म के खाते में दोनों ने साइबर ठगी के 4.03 करोड़ रुपये ट्रांसफर कराए। मनोज खटीक के दो अन्य बैंक खाते भी हैं। इसके साथी जयेश खटीक को उदयपुर पुलिस ने कुछ माह पूर्व ही जेल भेज दिया है।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जयेश खटीक और उसने दिल्ली में दो, गुजरात में एक, हरियाणा में एक, कर्नाटक में एक, केरल में तीन, महाराष्ट्र में दो, तमिलनाडु में तीन, तेलंगाना में दो, उत्तर प्रदेश में एक सहित कुल 17 लोगों से 9.76 करोड़ रुपये की ठगी की है।
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