गाजियाबाद के 11 बैंकों में साइबर ठगों के 1200 से अधिक अकाउंट! कोटक महिंद्रा के बाद निशाने पर अन्य बैंक
गाजियाबाद में साइबर अपराधियों के लिए 11 बैंक शाखाएं जांच के दायरे में हैं। ठग इन बैंकों में लगभग 1200 खाते इस्तेमाल कर रहे हैं कुछ किराए पर लिए गए हैं। कोटक महिंद्रा के बाद इंडियन बैंक में 42 ठगी वाले खाते मिले हैं। पुलिस बैंक कर्मियों की भूमिका और फर्जी दस्तावेजों की जाँच कर रही है ताकि ठगों पर नकेल कसी जा सके।

हसीन शाह, गाजियाबाद। साइबर अपराधियों को पनाह दे रहे जिले की 11 बैंक शाखा पुलिस की जांच की रडार पर आ गई हैं। ठगों ने इन बैंकों के खातों का प्रयोग कर रहे हैं। जिले में 1200 से अधिक इस तरह के खाते खुले होने का अनुमान है।
कुछ लोगों ने अपने बैंक खातों को ठगों को किराये पर दिया हुआ है। कोटक महिंद्रा बैंक के बाद पुलिस ने इंडियन बैंक में ठगों के खातों की जांच शुरू कर दी है।
इंडियन बैंक में अभी तक पुलिस ने 42 खाते मिले हैं जिनका ठगों ने प्रयोग किया है। पुलिस बैंककर्मियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। माना जा रहा है कि यह खाते ठगों ने फर्जी कागजों से खुलवाएं हैं।
ज्यादातर साइबर अपराधी बैंक में खुद सीधा खाता खेलने की बजाय दूसरे व्यक्ति का खाता किराये पर ले रहे हैं। खाताधारक ठगों से समझौता करते हैं कि उनकी खाते में आने वाली ठगी की रकम में वह 20 से 30 प्रतिशत कमीशन लेंगे।
खातों को खुलवाने में फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग किया जा रहा है। जिस वजह से ठगों की शिनाख्त होना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में अब साइबर पुलिस ने बैंकों में खातों की जांच शुरू कर दी है। किस बैंक में ठगों ने कितने खातों का प्रयोग ठगी की रकम ट्रांसफर करने के लिए किया?
खाता खुलवाने व्यक्ति कौन है? इसमें किन कागजों का प्रयोग हुआ? आदि की जानकारी की जाएगी है। इनमें सरकारी और निजी बैंक दोनों शामिल हैं। इस कड़ी में पुलिस ने इंडियान बैंक में खातों की जांच शुरू की है।
शनिवार तक कुल 42 खाते ऐसे मिले जिनका प्रयोग ठगों ने किया है। इनमें कुछ ऐसे भी खाते हैं, जिनमें 22 लाख रुपये अधिक रकम ट्रांसफर हुई। वह खाते किराये पर ठगों को दिए गए हैं।
अभी जांच जारी है। माना जा रहा है कि इस बैंक से जुड़े 100 से अधिक इस तरह के खाते मिल सकते हैं। इंडियन बैंक के बाद अन्य बैंकों की जांच शुरू जाएगी।
पुलिस जिले की 11 बैंक शाखाओं में इस तरह बैंक खातों की जांच करेगी। पुलिस का कहना है कि यदि ठगों को खाते उपलब्ध न हो तो साइबर ठगों के मंसूबों पर शिकंजा कसा जा सकता है।
धरपकड़ के लिए की गई टीम गठित
कोटक महिंद्रा बैंक के 347 खातों का ठगों ने किया प्रयोग किया। इनमें से साइबर पुलिस ने कोटक महिंद्रा बैंक के ऐसे 31 खातों को चिह्नित किए हैं जो साइबर ठगी के लिए खोले गए हैं। इन खातों में 25 लाख रुपये अधिक का लेनदेन हुआ है।
इसमें बैंककर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है। इन खातों के स्वामी गाजियाबाद से 200 किलो मीटर के दायरे में बैठकर ठगी कर रहे हैं।
इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर धरपकड़ के लिए पुलिस की टीम गठित की गई है। अभी केवल दो लोग पुलिस पकड़ सकी है। पुलिस अन्य को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है।
- 347 खाते कोटक महिंद्रा बैंक के मिले
- 42 खाते इंडियान बैंक में अभी तक मिले हैं
- 1200 से अधिक खातों का जिले में ठगों द्वारा प्रयोग करने का अनुमान
- 11 बैंकों के खातों की पुलिस करेगी जांच।
- 20 से 30 प्रतिशत कमीशन पर ठगों को किराये पर दिए जा रहे हैं खाते
कोटक महिंद्रा बैंक के बाद इंडियन बैंक के ठगों के खातों की जांच की जा रही है। इंडियन बैंक में अभी तक ठगों के 42 खाते मिले हैं। इस तरह हम 10 से 11 बैंक के खातों की जांच करेंगे।
- पीयूष कुमार सिंह, एडीसीपी क्राइम।
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