कंटेनर में सील लगाकर चंडीगढ़ से बिहार जा रही 600 पेटी शराब, गाजियाबाद क्राइम ब्रांच को मिली सफलता
गाजियाबाद क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ से बिहार भेजी जा रही शराब की बड़ी खेप पकड़ी। एक आरोपी गिरफ्तार जिसके पास से 600 पेटी शराब बरामद हुई। पूछताछ में पता चला कि बिहार में शराबबंदी के कारण तस्करी हो रही थी। आरोपी पहले भी जेल जा चुका है और अन्य तस्करों के साथ मिलकर काम कर रहा था। पुलिस ने झारखंड से तस्करी कर लाई गई अफीम भी बरामद की है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच ने चंडीगढ़ से तस्करी कर बिहार भेजी जा रही शराब की खेप बरामद की है। पुलिस का कहना है कि बिहार में शराब बंदी के कारण चंड़ीगढ़ से शराब भेजी जा रही थी। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया है। कंटेनगर में 600 पेटी शराब बरामद हुई हैं।
एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह के मुताबिक पकड़ा गया आरोपित कैथल के पियौदा निवासी अनूप सिंह है। पूछताछ में अनूप ने बताया कि वह छठी फेल है। पढ़ाई छोड़ने के बाद उसने ड्राइविंग सीखी। अनूप ने बताया कि वर्ष 2021-2022 में वह जींद हरियाणा के रहने वाले राममेहर के संपर्क में आया।
राममेहर हरियाणा, पंजाब और हिमाचल प्रदेश से अवैध शराब तस्करी कर बिहार पहुंचाता था। रामेहर ने उसे शराब तस्करी में मोटी कमाई का झांसा दिया। इसके बाद वह शराब तस्करी करने लगा। हर चक्कर पर उसे 50 हजार रुपये मिलते थे। अनूप पहले भी जेल जा चुका है।
अनूप ने बताया कि वह मार्च 2023 में बिहार में अवैध शराब की तस्करी में जिला सहरसा बिहार से जेल गया था। जेल से छूटकर वह भोला निवासी रोहतक हरियाणा और रामनिवास निवासी झुंझनू राजस्थान के संपर्क में आ गया। ये दोनों भी अवैध शराब बिहार भेजते हैं। दोनों के साथ मिलकर उसने फिर से शराब की तस्करी शुरू कर दी।
अनूप ने बताया कि बीते साल मुरादनगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। एडीसीपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी से पूछताछ के आधार पर इस धंधे में शामिल अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं। उसके साथ जुड़े अन्य लोगों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।
झारखंड से तस्करी कर लाई अफीम बरामद
क्राइम ब्रांच ने झारखंड से तस्करी कर लाई गई करीब एक किलो अफीम बरामद की है। एडीसीपी क्राइम पीयूष कुमार सिंह के मुताबिक पुलिस ने झारखंड के लातेहार जिले के संतोष कुूमार यादव को गिरफ्तार किया है। झारखंड से अफीम लाकर वह एनसीआर में सप्लाई करता है। माल लेकर चलने के बाद वह अपना मोबाइल बंद कर लेता है। प्रत्येक चक्कर पर उसे 20 हजार रुपये मिलते हैं। पुलिस उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
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