गाजियाबाद से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली जाने वालों के लिए खुशखबरी, अब नहीं लगेगा ज्यादा समय और लंबा जाम
गाजियाबाद में चिपियाना आरओबी के निर्माण के कारण एबीईएस अंडरपास 15 अगस्त तक बंद रहेगा। डेडलाइन बढ़ने से वाहन चालकों को परेशानी होगी उन्हें छोटे अंडरपास का प्रयोग करना होगा। शाम को व्यस्त समय में जाम की समस्या बढ़ जाती है। आरओबी बनने से नोएडा ग्रेटर नोएडा और दिल्ली जाने वालों को लालकुआं जाने की आवश्यकता नहीं होगी। बारिश के कारण काम में देरी हुई है।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। चिपियाना आरओबी निर्माण के कारण एबीईएस अंडरपास 15 अगस्त तक बंद रहेगा। आरओबी निर्माण के कारण चार जून को अंडरपास बंद किया गया था। दो महीने की डेडलाइन में काम पूरा न होने की वजह से अगले 10 दिन और अंडरपास खोलने में लगेंगे।
तब तक वाहन चालकों को छोटे अंडरपास का ही प्रयोग करना होगा। शाम को व्यस्त समय में दिल्ली और नोएडा की तरफ से आकर क्रॉसिंग रिपब्लिक की तरफ जाने वाले वाहनों का दबाव कामकाजी दिनों में बहुत होता है जिस वजह से अंडरपास में जाम लगता है।
चिपियाना फाटक पर कांटीनेंटल कार्बन फैक्ट्री के पास रेलवे दो वर्ष से आरओबी का निर्माण करा रहा है। इस आरओबी के निर्माण से वाहन चालक सीधे साउथ साइड जीटी रोड औद्योगिक क्षेत्र से मुख्य शहर की तरफ आवाजाही कर सकेंगे।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा, क्रासिंग रिपब्लिक और दिल्ली आवाजाही करने वाले वाहन चालकों को भी लालकुआं की तरफ जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे लाइन के ऊपर निर्माण हो गया है। चार जून से एनएच-नौ की तरफ एप्रोच रोड और पाइलिंग का काम शुरू किया गया।
इसलिए दो महीने के लिए एबीईएस अंडरपास को बंद किया गया था। लेकिन बीते कुछ दिनों में हुई तेज वर्षा के कारण काम में देरी हुई। यातायात पुलिस का कहना है कि निर्माण लगभग पूरा हो गया है। रेलवे ने जानकारी दी है कि एक हाइटेंशन लाइन का पोल शिफ्ट होना है।
उसकी पाइलिंग का काम हो गया है। अगले कुछ दिनों में काम पूरा हो जाएगा उसके बाद अंडरपास को खोल दिया जाएगा जबकि इस वर्ष के आखिर तक आरओबी वाहनों के लिए खोलने की योजना है।
30 करोड़ की लागत से बन रहा है आरओबी
चिपियाना आरओबी 30 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। 700 मीटर लंबाई के आरओबी को दो लेन का बनाया जा रहा है। आरओबी का निर्माण अप्रैल 2023 में शुरू किया गया था और इसे पूरा करने का लक्ष्य अप्रैल 2024 था, लेकिन 16 महीने अतिरिक्त होने के बाद भी प्रोजेक्ट अधूरा है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि 33 केवीए की लाइन शिफ्टिंग में देरी होने की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई है। इस वर्ष दिसंबर तक कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
एप्रोच रोड का निर्माण पूरा नहीं हुआ है। इसलिए अगले कुछ दिन और एबीईएस अंडरपास को बंद रखा जाएगा। इस अवधि में छोटे अंडरपास से ही वाहनो को निकाला जाएगा।
जियाउद्दीन अहमद, एसीपी ट्रैफिक
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