GDA Housing Scheme: गाजियाबाद में आशियाना बसाने का सुनहरा मौका, नई हाईटेक टाउनशिप का काम हुआ तेज
अगर आप एनसीआर में अपना घर बसाना चाहते हैं तो आपके लिए गुड न्यूज है। दरअसल गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की हरनंदीपुरम टाउनशिप योजना के तहत गाजियाबाद में नई Harnandipuram Township Scheme का निर्माण किया जा रहा है। इस टाउनशिप को दो चरणों में बसाया जाएगा। पहले चरण में पांच गांवों की करीब 334 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया जाएगा। इस टाउनशिप में कई हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से राजनगर एक्सटेंशन के निकट हरनंदीपुरम टाउनशिप (Harnandipuram Township Scheme) को दो चरणों में बसाने की तैयारी है। पहले चरण में पांच गांव की करीब 334 हेक्टेयर भूमि को शामिल किया जाएगा, जिसमें मथुरापुर, शमशेर, चंपतनगर, भनेड़ाखुर्द और नंगला फिरोज मोहनपुर शामिल होंगे।
दूसरे फ्रेज में कौन से गांव होंगे शामिल?
दूसरे चरण में होल्ड पर रखे गए भोवापुर, शाहपुर निज मोरटा और मोरटा गांव को शामिल किया गया है। जीडीए सचिव राजेश कुमार सिंह ने बताया कि नई टाउनशिप के लिए कई प्रकार की भूमि शामिल है।
इसमें ग्राम समाज की करीब 27 हेक्टेयर भूमि के अलावा 462 काश्तकारों की जमीन और पूर्व में जीडीए द्वारा अर्जित 19 हेक्टेयर भूमि और 11 हेक्टेयर प्राधिकरण के पास लैंड बैंक मौजूद है।
पीले घेरे में हरनंदीपुरम का प्रस्तावित हिस्सा। फोटो सौ. जीडीए
हाईटेक टाउनशिप में क्या होंगी सुविधाएं?
नई टाउनशिप हाईटेक, इसमें रेन वाटर हार्वेसिटिंग सिस्टम के लिए कंट्रोल रूम होगा, जिससे ड्रेनेज और सीवरेज सिस्टम पर नजर रखी जाएगी। पानी और बिजली बचाने के लिए साथ ही जल प्रबंधन सिस्टम एआई बेस्ड होगा। पानी का पाइप कहीं भी लीकेज होगा तो वह भी एआई के माध्यम से पता चल जाएगा। टाउनशिप में अधिकांश सौर ऊर्जा का प्रयोग होगा। स्ट्रीट लाइट भी सोलर पावर से रोशन होंगी।
जीडीए ने भूमि अधिग्रहण पर मांगी आपत्तियां
उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी हरनंदीपुरम टाउनशिप ने रफ्तार पकड़ ली है। हरनंदीपुरम टाउनशिप को विकसित करने का जिम्मा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) को सौंपा गया है। जीडीए परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण शुरू कर दिया है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण करने के लिए आठ गांवों (मथुरापुर, शमशेर, चंपतनगर, भनेड़ाखुर्द, नंगला फिरोज मोहनपुर, भोवापुर, शाहपुर निज मोरटा और मोरटा गांव) की पहचान की है।
ये गांव दिल्ली-मेरठ क्षेत्रीय रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के साथ राज नगर एक्सटेंशन के पास स्थित हैं। सरकारी अनुमान के अनुसार, इस परियोजना के लिए लगभग 521 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है जिसे मौजूदा इंदिरापुरम टाउनशिप की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। खरीद समझौतों के जरिए किसानों से सीधे जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। साथ ही भूमि अधिग्रहण पर आपत्तियां मांगी गई हैं।
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