ट्रेन में महिला यात्रियों का नंबर लेकर प्रेम जाल में फंसाने वाला फर्जी TTE गिरफ्तार, यूट्यूब से ली थी ट्रेनिंग
गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर एक नकली टीटीई को गिरफ्तार किया गया। आरोपी भूपेंद्र चौधरी अमृत भारत ट्रेन में यात्रियों से वसूली कर रहा था। उसने यूट्यूब से टीटीई के कामकाज का प्रशिक्षण लिया था। उसके पास से फर्जी आई-कार्ड और ईएफटी बुक बरामद हुई। वह महिला यात्रियों के नंबर लेकर उन्हें प्रेम जाल में फंसाता था।

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। अमृत भारत ट्रेन से मंगलवार रात आठ बजे रेलवे के टिकट चेकिंग स्टाफ ने एक नकली टीटीई को पकड़ा है। आरोपित तीन माह से बिहार को ओर जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों से वसूली कर रहा था।
वह महिला यात्रियों से मोबाइल नंबर लेकर उन्हें प्रेमजाल में फंसा रहा था। खास बात ये है कि उसने यूट्यूब के जरिए टीटीई के कामकाज के बारे में सीख ली थी। रविवार को दिल्ली मंडल के टिकट चेकिंग स्टाफ को पटना जंक्शन से जनसंपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन में नकली टीटीई द्वारा यात्रियों से वसूली करने की सूचना मिली।
बिहार जाने वाली ट्रेनों में कर रहा था वसूली
दिल्ली मंडल के वाणिज्य प्रबंधक मृत्युंजय कुमार के नेतृत्व में मुख्य वाणिज्य निरीक्षक सत्यार्थ, सीटीआइ धर्मेंद्र शर्मा, टीटीई रवि कुमार और विपिन कुमार को आरोपित को पकड़ने की जिम्मेदारी मिली। चेकिंग स्टाफ को पता था कि आरोपित बिहार जाने वाली ट्रेनों में वसूली कर रहा है।
मंगलवार देर शाम को अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन में टिकट चेकिंग स्टाफ को यात्रियों के पास से नकली एक्सेस फेयर टिकट (ईएफटी) मिले। इससे स्टाफ को शक हो गया कि आरोपित इसी ट्रेन में मौजूद है। फिर पूरी ट्रेन चेक करने पर आरोपित टिकट चेक करते हुए दबोचा गया।
इस दौरान आरोपित रौब झाड़ता रहा और कार्रवाई की धमकी तक दे डाली। इसके बाद आरपीएफ के आते ही आरोपित भागने लगा, हालांकि उसे दबोच लिया गया। बता दें कि आरोपित ने खुद को मथुरा का रहने वाला भूपेंद्र चौधरी बताया है। उससे टीटीई की वर्दी, आइ कार्ड, ईएफटी बुक, डायरी, बैग आदि सामान बरामद हुआ है।
ट्रेन में महिलाओं से नंबर लेकर प्रेम जाल फंसाता था: 30 वर्षीय आरोपित ने बताया कि वह महिला यात्रियों का मोबाइल नंबर लेता था। बाद में उन्हें वाट्सएप पर काल करता था। इसके बाद उन्हें प्रेमजाल में फंसाता था।
आरोपित ने बताया कि उसने 10 वर्ष बड़ी शादीशुदा महीला को साथ में पटना में रखा है। उसके पास से दर्जनों महिलाओं के नंबर मिले हैं।
यूट्यूब पर वीडियो देखकर बना टीटीई
आरोपित पूर्व में स्टेशन पर खाना बेचने का काम करता था। तीन महीने पहले आरोपित ने टीटीई बनने की योजना बनाई। उसने इंटरनेट पर देखकर ईएफटी बुक छपवाई। दिल्ली से वर्दी, जूते, डायरी, नाम प्लेट आदि सामान खरीदा। इसके बाद यूट्यूब से रेलवे के टीटीई की वीडियो देखकर प्रशिक्षण लिया।
जेल भेजने की धमकी देकर करता था वसूली
आरोपित ट्रेन में यात्रियों का टिकट चेक करता था। यदि किसी के पास टिकट नहीं मिलता था तो उसे जेल भेजने की धमकी देकर वसूली करता था।
गाजियाबाद स्टेशन पर नकली टीटीई को पकड़ा है। वह बिहार जाने वाली ट्रेनों में वसूली कर रहा था। आशंका है कि और भी साथी हो सकते हैं। इसकी जांच की जा रही है।
-मृत्युंजय कुमार, वाणिज्य प्रबंधक, दिल्ली मंडल, टिकट चेकिंग
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