वाह रे पुलिस वालों! बीच सड़क पर भिड़े सिपाही और हेड कॉन्स्टेबल, वर्दी भी फाड़ी; गर्दन पर चोट के निशान
गाजियाबाद के साहिबाबाद में पीएसी के जवान अरविंद सिंह राजौरा पर हेड कांस्टेबल विनय कुमार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है। 10 मई को अर्थला मेट्रो स्टेशन के पास गाड़ी हटाने को लेकर विवाद हुआ जिसमें जवान ने मारपीट की और वर्दी फाड़ दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी शराब के नशे में था जिसकी पुष्टि मेडिकल जांच में हुई है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। गाजियाबाद के साहिबाबाद थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल विनय कुमार ने पीएसी की 41वीं वाहिनी में तैनात सिपाही अरविंद सिंह राजौरा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
आरोप है कि 10 मई को अर्थला मेट्रो स्टेशन के पास बीच सड़क से कार हटवाने पर पीएसी जवान ने मारपीट की थी। इस दौरान वर्दी भी फाड़ दी थी। पीएसी जवान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
धमकी देने की भी बात सामने आई
हेड कॉन्स्टेबल विनय कुमार ने तहरीर में बताया कि रविवार की रात करीब 10 बजे वह मेट्रो स्टेशन के पास एक होटल के सामने जाम खुलवा रहे थे। इस दौरान एक कार बीच सड़क पर खड़ी दिखी। उससे कार हटाने को कहा तो चालक अरविंद सिंह राजौरा ने गाली-गलौज की। धमकी देते हुए गाड़ी आगे बढ़ा ली।
वहीं, कुछ दूरी पर पहुंच कर अरविंद सिंह राजौर ने हेड कॉन्स्टेबल से मारपीट करते हुए वर्दी फाड़ दी। उस समय आरोपी शराब के नशे में था। मारपीट होने पर वायरलेस से साथियों को सूचना दी। दोनों को थाने लाया गाय।
शराब के नशे में था जवान
बताया कि मारपीट में उनके दाहिने कंधे व गर्दन पर चोट आई है। एसीपी साहिबाबाद श्वेता यादव का कहना है आरोपी पीएसी 41वीं वाहिनी में सिपाही के पद पर तैनात हैं। वह शराब के नशे में धुत था। इसकी मेडिकल परीक्षण में पुष्टि हुई है।
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इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज कर सिपाही को थाने से जमानत दे दी गई है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
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