'मैं कैंसर से पीड़ित हूं... पर बताना नहीं चाहता', खूबसूरत पत्नी को दी दर्दनाक मौत; बेडरूम में मिली दोनों की लाश
गाजियाबाद के नंदग्राम में एक खौफनाक घटना सामने आई है। कैंसर से पीड़ित एक प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुद को भी गोली ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद में नंदग्राम स्थित राधा कुंज कॉलोनी में बुधवार सुबह 11 बजे कैंसर की बीमारी से पीड़ित प्रॉपर्टी डीलर ने लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर पत्नी की हत्या कर दी, इसके बाद उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या की।
पुलिस के अनुसार, मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने घटना की वजह खुद को कैंसर की बीमारी से पीड़ित होना बताया है। वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दंपती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
पांच माह पहले की थी बड़े बेटे की शादी
मूलत: मेरठ के बिजौली के रहने वाले उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा के पद से सेवानिवृत चंद्र स्वरूप त्यागी राधा कुंज कॉलोनी में रहते हैं। उनके पास के ही मकान में उनका इकलौता बेटा प्रॉपर्टी डीलर कुलदीप त्यागी पत्नी अंशु त्यागी और दो बेटों के साथ रहते थे। उन्होंने पांच माह पहले ही बड़े बेटे की शादी की थी।
बेड पर पड़ी थी पत्नी की लाश
पुलिस ने बताया कि सुबह 11 बजे उनके दोनों बेटे घर की पहली मंजिल पर थे, वह पत्नी के साथ मकान के भूतल पर बने कमरे में थे। अचानक गोली चलने की आवाज आने पर दोनों बेटे नीचे आए तो उन्होंने माता-पिता को खून से लथपथ देखा। मां बेड पर तो पिता फर्श पर पड़े थे। मां के माथे पर और पिता की कनपटी पर गोली लगी थी। दोनों घायलों को उपचार के लिए मरियम अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलने पर पहुंचे पुलिस अधिकारी
वहीं, वारदात की सूचना पड़ोस के लोगों ने फोन कर पुलिस को दी। डीसीपी सिटी राजेश कुमार, एसीपी नंदग्राम पूनम मिश्रा और नंदग्राम पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बताया कि जिस कमरे में वारदात हुई है, उस कमरे में रखी मेज के ऊपर एक सुसाइड नोट मिला। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल लाइसेंसी रिवॉल्वर और सुसाइड नोट को घटनास्थल से कब्जे में लिया है।
सुसाइड नोट में लिखा पत्नी के साथ हमेशा रहने की खाई है कसम
मैं कुलदीप त्यागी कैंसर से पीड़ित हूं, जो कि मेरे घर वालों को अब तक नहीं पता है। मैं नहीं चाहता कि मेरे इलाज में पैसा खर्च हो और मैं जब भी न बचूं। इसलिए मैं अपने आप को खत्म कर रहा हूं। अपनी घरवाली को भी अपने साथ लेकर जा रहा हूं, क्योंकि हमने हमेशा साथ रहने की कसम खाई है। ये सब मैं अपनी मर्जी से कर रहा हूं, इसमें किसी का भी कोई दोष नहीं है। खासतौर पर मेरे बच्चों का, वो बहुत अच्छे हैं।

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