सूडान से 192 नागरिकों को रेस्क्यू कर लाया गया हिंडन एयरबेस, ज्यादातर दिल्ली-NCR और यूपी के हैं लोग
विमान में करीब सात लोगों को व्हीलचेयर पर लाया गया। एक यात्री की तबीयत बिगड़ गई। उसे सांस लेने में परेशानी हुई। उसे आक्सीजन सपोर्ट दिया गया। बुजुर्गों की विमान में देखरेख की गई। भारत की धरती पर कदम रखते ही यात्रियों ने भारत माता की जय के नारे लगाए।

गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। सूडान से 192 भारतीय नागरिकों को आपरेशन कावेरी के तहत रेस्क्यू कर सी-17 ग्लोबमास्टर विमान से शुक्रवार देर रात हिंडन एयरबेस लाया गया। इनमें एक यात्री आक्सीजन सपोर्ट पर था, जबकि सात यात्री व्हीलचेयर पर विमान से उतारे गए। यहां से नागरिकों को बस से उनके घर भेजा गया।
सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को रेस्क्यू करने के लिए हिंडन एयरबेस से ग्लोबमास्टर ने चार मई की रात उड़ान भरी। सूडान में जहां विमान उतारा गया, वहां पहले से कुछ भारतीय मौजूद थे। कुछ भारतीयों के वहां पहुंचने का इंतजार किया गया। विमान के इंजन चालू रखा गया, ताकि इमरजेंसी में तुरंत उड़ान भरी जा सके।
सूडान से उड़ान भरने के बाद विमान ईंधन भरने के लिए जेद्दाह उतारा गया। यहां से विमान अहमदाबाद में उतारा गया। कुछ यात्री गुजरात के थे। इन्हें यहां उतार दिया गया। इसके बाद शुक्रवार रात विमान गाजियाबाद हिंडन एयरबेस पहुंचा। इनमें ज्यादातर नागरिक दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश के थे।
विमान के आने से पहले जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। एयरबेस पर यात्रियों के खाने-पीने की व्यवस्था हुई। बता दें कि विमान ने 24 घंटे में करीब नौ हजार पांच सौ किलोमीटर की यात्रा की।
विमान में तैनात थी मेडिकल टीम
विमान में करीब सात लोगों को व्हीलचेयर पर लाया गया। एक यात्री की तबीयत बिगड़ गई। उसे सांस लेने में परेशानी हुई। उसे आक्सीजन सपोर्ट दिया गया। बुजुर्गों की विमान में देखरेख की गई। भारत की धरती पर कदम रखते ही यात्रियों ने 'भारत माता की जय' के नारे लगाए।
यात्रियों ने भारत सरकार के आपरेशन कावेरी की सराहना की। बता दें कि पूर्व में वायुसेना के इस विमान सी-17 ग्लोबमास्टर से अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने और यूक्रेन में युद्ध शुरू होने भारतीय नागरिकों को रेस्क्यू कर हिंडन एयरबेस लाया गया था।
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