Water Crisis: पानी के लिए तरस रहे खोड़ा के लोग, दिल्ली और नोएडा की ओर रहती हैं नजरें
खोड़ा के निवासी गंभीर पेयजल संकट से जूझ रहे हैं, जहाँ भूजल स्तर 800-900 फीट नीचे चला गया है। 12 लाख की आबादी दिल्ली और नोएडा से पानी की आपूर्ति की उम् ...और पढ़ें
-1767207134704.webp)
जागरण संवाददाता, खोड़ा। पानी के लिए खोड़ा के लोगों की नजरें गाजियाबाद ही नहीं बल्कि दिल्ली और नोएडा की ओर भी रहती हैं। स्थानीय लोग चाहते हैं कि नए साल में उनकी सबसे बड़ी पेयजल की समस्या का निस्तारण किया जाए।
नोएडा से गंगाजल आपूर्ति को लेकर कई बार योजना भी बन चुकी है जबकि खोड़ा का कुछ इलाका दिल्ली से सटा होने के कारण लोग चाहते हैं जनप्रतिनिधि प्रयास करें तो यह राह भी आसान हो सकती है। साल 2026 में लोग पानी की समस्या का स्थायी समाधान चाहते हैं।
खोड़ा में करीब 12 लाख की आबादी है। गाजियाबाद के अलावा इसका कुछ हिस्सा दिल्ली और कुछ नोएडा से लगा हुआ है। खोड़ा से दिल्ली का मयूर विहार फेज-3 और न्यू कोंडली क्षेत्र जुड़ा हुआ है। जबकि इसका बड़ा हिस्सा इंदिरापुरम और इसके आगे का कुछ भाग नोएडा से जुड़ा हुआ है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पानी न मिलने के पीछे बड़ी वजह इन जिलों से सहयोग न मिलना भी है।
खोड़ा को नगर पालिका का दर्जा दिया गया लेकिन सुविधाओं के नाम पर लोगों को कुछ नहीं मिला। नगर पालिका स्तर पर पानी के लिए कम ही प्रयास किए गए। इसका ही नतीजा है कि दो से तीन वार्ड पूरी तरह से सूख चुके हैं।
मतलब इन क्षेत्रों में भूजल है ही नहीं और कुछ इलाकों में भूजल 800 से 900 फीट नीचे तक पहुंच चुका है। जानकारों का मानना है कि क्षेत्र में तालाब विकसित किए जाएं तो भूजल स्तर में भी सुधार हो सकता है।
अधिकांश आबादी कामगार, जेब पर पानी का पड़ता बोझ
खोड़ा में रहने वाली अधिकांश आबादी कामगार है। कोई आटो-ई-रिक्शा चलाकर तो कोई फैक्ट्रियों में काम करने अपने परिवार का पालन पोषण करता है लेकिन पानी न मिलने से इन लोगों की मुश्किलें तब और बढ़ जाती हैं, जब पानी खरीदना पड़ता है। ऐसे लोगों की कमाई का बड़ा हिस्सा पानी पर खर्च होता है।
लोगों को पीने के लिए पानी नहीं मिलता। खोड़ा में अपने निजी हितों को दरकिनार कर मानवता के नाते सोचने और काम करने की जरूरत है।
- मोहित चौधरी, स्थानीय निवासी
कुछ सरकारी काम गाजियाबाद में होते हैं जबकि कुछ काम नोएडा से होते हैं। खोड़ा में पेयजल के साथ अनियोजित विकास भी सबसे बड़ी समस्या है।
- प्रमोदी लोधी, स्थानीय निवासी
साल दर साल पानी की समस्या लोग झेल रहे हैं। नए साल में उम्मीद है कि यह समस्या जनप्रतिनिधि हल कराएंगे और लोगों को राहत मिल सकेगी।
- ठाकुर बृजेश सिंह, स्थानीय निवासी
खोड़ा दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद तीनों का हिस्सा है लेकिन जिम्मेदारी लेने के लिए कोई तैयार नहीं है। नगर पालिका बनने के बाद भी कई विषमताओं से लोग गुजरते हैं।
- पवन होलकर, स्थानीय निवासी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।