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    Ghaziabad Pollution: देश में सबसे प्रदूषित क्षेत्र वसुंधरा, गाजियाबाद दूसरे नंबर पर; AQI 450 के पार

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 11:32 PM (IST)

    देश में गाजियाबाद का वसुंधरा क्षेत्र 454 एक्यूआई के साथ सबसे प्रदूषित रहा। गाजियाबाद का औसत एक्यूआई 404 दर्ज किया गया, जो नोएडा के बाद दूसरा सबसे अधिक ...और पढ़ें

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    देश में 447 क्षेत्रों में गाजियाबाद का वसुंधरा सबसे प्रदूषित रहा।

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। देश में 447 क्षेत्रों में गाजियाबाद का वसुंधरा सबसे प्रदूषित रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार यहां का एक्यूआइ 454 दर्ज किया गया। वहीं गाजियाबाद का औसत एक्यूआई 404 दर्ज किया गया, जो नोएडा के बाद देश में सबसे अधिक है। नोएडा का एक्यूआई 409 दर्ज किया गया।

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    उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय वैसे तो वसुंधरा सेक्टर-16 में बना हुआ है। यहां बैठे अधिकारी ही गाजियाबाद के अलावा हापुड़ की हवा को साफ रखने की जिम्मेदारी उठाते हैं, लेकिन शनिवार की स्थिति ये बन गई कि देश में वसुंधरा की हवा ही सबसे प्रदूषित रही।

    अब लोग तंज कस रहे हैं कि जब वसुंधरा के लोगों को ही राहत नहीं है तो दूसरे क्षेत्र के लोग उनसे क्या उम्मीद करें। इससे प्रदूषण बोर्ड के अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर ठोस योजना बनाकर कार्रवाई होती तो इस तरह से परेशानी नहीं झेलनी पड़ती। रोजाना जहरीली हवा में रहना पड़ रहा है। वायुमंडल में छाई धुंध के कारण गले में खरास और आंखों में जल की समस्या सबसे अधिक हो रही है।

    12 दिन बाद फिर गंभीर श्रेणी में पहुंची जिले की हवा

    अंतिम बार 15 दिसंबर को जिले की हवा गंभीर श्रेणी में रही थी। उस दौरान एक्यूआइ 444 दर्ज किया गया था। इसके बाद से हवा बेहद खराब व खराब श्रेणी में होने से थोड़ी राहत थी। अब फिर से 12 दिन बाद हवा गंभीर श्रेणी में पहुंचने से लोगों को चिंता सताने लगी है। लोगों को साफ हवा मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। लोगों का कहना है कि अधिकारी ग्रेप की पाबंदियों का पालन नहीं करा पा रहे हैं। साफ हवा मिलना तो दूर की बात है।

    बाकी क्षेत्रों की हवा कभी भी पहुंच सकती है गंभीर श्रेणी में

    जिले में चार स्थानों पर प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। जिनमें से वसुंधरा को छोड़कर बाकी इलाकों की हवा बेहद खराब श्रेणी में है। इन इलाकों का एक्यूआइ भी कभी भी बेहद खराब श्रेणी में जा सकते हैं। लोनी का एक्यूआइ 398 है, जो गंभीर श्रेणी में पहुंचने से महज दो अंक कम है।

    सभी क्षेत्रों में AQI 'गंभीर' (Severe) से 'खतरनाक' (Hazardous) श्रेणी में
    क्षेत्र AQI मान श्रेणी
    गाजियाबाद 404 गंभीर (Severe)
    इंदिरापुरम 385 गंभीर (Severe)
    लोनी 398 गंभीर (Severe)
    संजय नगर 377 गंभीर (Severe)
    वसुंधरा 454 खतरनाक (Hazardous)

    बीते दिनों जिले का एक्यूआई

    27 दिसंबर- 404
    26 दिसंबर- 382
    25 दिसंबर- 280
    24 दिसंबर- 244
    23 दिसंबर- 392

    प्रदूषण रोकथाम के लिए सभी स्तरों पर कार्य किया जा रहा है। ग्रेप की पाबंदियों का पालन करने के लिए चार टीमें लगी हुई हैं। मौसम में नमी होने व हवा की गति फिर से कम होने पर प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। - अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी।