Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    छत पर सेंकने गए थे धूप, नजारा देख सूख गया खून; गाजियाबाद पुलिस के सामने पड़ोसन ने किया सनसनीखेज खुलासा

    By Vinit Edited By: Neeraj Tiwari
    Updated: Fri, 05 Dec 2025 07:49 PM (IST)

    गाजियाबाद में एक भवन स्वामी धूप सेंकने छत पर गया और वहां कुछ संदिग्ध देखकर डर गया। उसने पुलिस को बताया कि उसकी छत पर एक नवजात का शव पड़ा हुआ है। खबर स ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। ठंड के मौसम में छत पर धूप सेंकने गए भवन स्वामी ने शुक्रवार सुबह ऐसा नजारा देखा कि डर के मारे उनका खून सूख गया। पुलिस के आने पर पड़ोसी ने जब अपराध स्वीकारा तो कई सवाल खड़े हो गए। अब एक नवजात के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सच्चाई उजागर हो सकेगी। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    क्या है पूरा मामला 

    राकेश मार्ग पर शुक्रवार तड़के एक मकान की छत पर नवजात बच्ची का शव मिला। छत पर शव देख भवन स्वामी ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो पता चला पड़ोसी की छत से शव फेंका गया है। जांच में सामने आया कि पड़ोसी के मकान में रह रहे किराएदार महिला की 15 दिन पूर्व बंगाल से आई बहन ने बच्ची को जन्म दिया था। महिला से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि बच्ची मृत अवस्था में पैदा हुई थी। इसलिए उसने बच्ची को झाड़ियों की तरफ फेंका था, लेकिन वह पड़ोसी की छत पर गिर गया।

    पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा राज

    पुलिस ने नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से नवजात की माैत की सही वजह का पता चलेगा। पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

    बंगाल से आई महिला ने जन्म दिया था बच्चे को

    राकेश मार्ग निवासी विनय रावत के मकान की छत पर नवजात बच्ची का शव मिलने की सूचना शुक्रवार तड़के मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। आसपास किसी के घर में प्रसव होने की पुष्टि न होने से पुलिस ने पहले इसे हत्या या भ्रूण हत्या जैसा गंभीर मामला माना। जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि विनय रावत के पड़ोसी के यहां किराए पर रहने वाली महिला की बंगाल के मिदनापुर निवासी बहन 19 वर्षीय झरना करीब 20 दिन पूर्व ही उसके पास रहने आई थी।

    जिंदा फेंका या मृत, बन गया सवाल

    झरना ने शुक्रवार तड़के प्रसव पीड़ा होने पर बच्ची को जन्म दिया। झरना और परिवार ने दावा किया कि बच्ची मृत पैदा हुई थी और घबराकर वे शव को झाड़ियों वाले खाली प्लाट में फेंकना चाहते थे, लेकिन वह पास के मकान की छत पर गिर गया। पुलिस ने घटनास्थल की फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी कराई, फोरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य सुरक्षित किए और बच्ची व मां दोनों के डीएनए नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं। शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया गया है। पीएम रिपोर्ट से स्पष्ट होगा कि बच्ची वास्तव में मृत पैदा हुई थी या बाद में उसकी जान गई।

    झाड़ियों की तरफ फेंका था...

    "पीएम रिपोर्ट के आधार पर जांच की दिशा तय होगी। उसी के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी। स्वजन और बच्ची की मां ने बताया है कि उन्होंने बच्ची मृत पैदा होने पर झाड़ियों की तरफ फेंकी थी, लेकिन वह पड़ोसी की छत पर गिर गई।"

    -धवल जायसवाल, डीसीपी सिटी

    यह भी पढ़ें- नगर निगम ने गाजियाबाद की फर्म पर लगाया दो लाख का जुर्माना, CM ग्रिड परियोजना में लापरवाही पर की कार्रवाई