गाजियाबाद में एसआईआर अभियान तेज, 33% फॉर्म जमा; 5.5 प्रतिशत वोटर अब तक 'लापता'
गाजियाबाद में विशेष पुनरीक्षण अभियान तेज़ी से चल रहा है, जिसमें 33% फॉर्म जमा हो चुके हैं। चिंता की बात यह है कि 5.5% मतदाता अभी भी वोटर लिस्ट से गायब हैं। प्रशासन अभियान को और तेज़ करने की योजना बना रहा है ताकि सभी योग्य मतदाता शामिल हो सकें।

इंदिरापुरम में एसआइआर फार्म भरवाती बीएलओ। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) की प्रगति और आने वाली समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि अभियान में तेजी के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। जिले में करीब 33 प्रतिशत वोटर के फाॅर्म जमा हो चुके हैं, जबकि करीब साढ़े पांच प्रतिशत का पता नहीं चला है। अभियान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सहयोग की अपील की जा रही है।
फाॅर्म के डिजिटाइजेशन का कार्य प्रगति पर
उन्होंने बताया कि बीएलओ घर-घर जाकर निर्वाचकों को गणना प्रपत्र (एसआईआर फाॅर्म) वितरित कर रहे हैं। फाॅर्म में पूर्ण विवरण भरने के बाद बीएलओ को देने के साथ ही पावती जरूर लें वर्तमान में निर्वाचकों से प्राप्त फाॅर्म के डिजिटाइजेशन का कार्य प्रगति पर है। यदि किसी निर्वाचक को एसआईआर फाॅर्म नहीं मिला तो वह अपने बीएलओ या निर्वाचन कार्यालय के सहायता केंद्र पर भी संपर्क कर सकता है।
माॅनिटरिंग हो और कार्य में तेजी आए
मतदाता द्वारा गणना प्रपत्र भरकर बीएलओ को जमा न कराने पर उसका नाम मतदाता सूची के ड्राफ्ट रोल से हट जाएगा। अंतिम तिथि नजदीक आने और कार्य पूर्ण न होने के सवाल पर बोले कि उप जिला निर्वाचन अधिकारी, पांचों निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों द्वारा जिन बीएलओं से काम पूरा न होने की आशंका है ऐसे 20-20 बीएलओ को गोद लिया गया है ताकि उनकी माॅनिटरिंग हो और कार्य में तेजी आए।
उन्होंने बताया कि सर्वाधिक दिक्कतें साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में आ रही हैं, जहां अधिकांश मतदाता अपने पते पर नहीं मिले हैं। जिले के लोगों से अपने-अपने स्तर से एक दूसरे को एसआईआर अभियान के प्रति जागरूक करने की अपील की।
घर पर वोटर न मिलने पर बीएलओ तीन बार करेंगे विजीट
डीएम रविन्द्र कुमार मांदड़ ने कहा कि बीएलओ संबंधित मतदाता के एक बार घर पर न मिलने पर दोबारा जाएंगे फिर भी न मिलने पर तीसरी बार विजीट कर रहे हैं। किसी जगह एक बार भी बीएलओ न पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि ऐसा अगर कहीं हो रहा है तो एआरओ या निर्वाचन कार्यालय के सहायता केंद्र से जानकारी और अपना एसआईआर फाॅर्म ले सकते हैं।
विभागीय बाबू से लेकर आंगनबाड़ी सहायिका तक अंजान
एसआईआर अभियान में विभिन्न विभागों के बाबूओं के अलावा आंगनबाड़ी सहायिकाएं तक लगी हैं। कोई जगह से अंजान है तो किसी को एसआईआर फाॅर्म की प्रशिक्षण के बावजूद पूरी जानकारी नहीं है। मतदाता द्वारा पूर्ण जानकारी न भरने के बावजूद फाॅर्म लेने पर आनलाइन सबमिट करने में परेशानी हो रही है।

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