गाजियाबाद को मिलेगी ट्रैफिक जाम से निजात, नए साल से शहर में नहीं चल पाएंगे बिना क्यूआर कोड वाले ई-रिक्शा
नए साल से गाजियाबाद में बिना क्यूआर कोड वाले ई-रिक्शा नहीं चलेंगे। यातायात पुलिस ने जाम कम करने और अपराध नियंत्रण के लिए यह फैसला लिया है। बिना क्यूआर ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। नए साल से जिले की सड़कों पर बिना क्यूआर कोड लगे ई रिक्शा का संचालन नहीं हो सकेगा। बेतरतीब चलने वाले ई-रिक्शा पर अंकुश लगाने, जाम की समस्या कम करने और अपराध नियंत्रण को मजबूत करने के लिए कमिश्नरेट पुलिस ने यह निर्णय लिया है। यातायात पुलिस का कहना है कि क्यूआर कोड के बिना ई रिक्शा चलाने पर चालान और सीज किए जाएंगे।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त यातायात आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि क्यूआर कोड के जरिए ई-रिक्शा का अधिकृत पंजीकरण सुनिश्चित किया जाएगा। क्यूआर कोड स्कैन करते ही ई रिक्शा के मालिक और चालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर, पंजीकरण विवरण और निर्धारित रूट की जानकारी उपलब्ध होगी।
इससे किसी भी आपात स्थिति में ई रिक्शा और चालक की त्वरित पहचान कर पुलिस सहायता तत्काल दी जा सकेगी। यातायात पुलिस ने जिले को ई-रिक्शा संचालन की दृष्टि से पांच जोन में बांटा है। प्रत्येक जोन के ई-रिक्शा पर अलग-अलग रंग के स्टीकर लगाए जाएंगे, जिससे रूट निर्धारण और निगरानी आसान होगी।
क्यूआर कोड आधारित साफ्टवेयर में यात्रियों से फीडबैक भी लिया जाएगा। अधिकारियों का मानना है कि इस व्यवस्था से अवैध ई रिक्शा के संचालन पर रोक लगेगी। साथ ही झपटमारी, छेड़छाड़, दुर्व्यवहार जैसे अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण होगा। निर्धारित रूट, नो एंट्री क्षेत्रों और यातायात नियमों के पालन की निगरानी आसान होगी। जिससे जाम, अव्यवस्थित पार्किंग और नियम उल्लंघन में कमी आएगी।

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