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    Ghaziabad AQI: देश में सबसे प्रदूषित रहा गाजियाबाद, वसुंधरा की हवा सबसे जहरीली; एक्यूआई 476 दर्ज

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 12:13 AM (IST)

    देश के 234 शहरों में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित रहा, जहां एक्यूआइ 404 दर्ज किया गया। वसुंधरा में यह 476 के साथ सर्वाधिक था। ग्रेप प्रतिबंधों के बावजूद प् ...और पढ़ें

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    वैशाली सेक्टर- पांच व छह की पुलिया के पास छाया स्मॉग। जागरण

    जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। देश के 234 शहरों में मंगलवार को गाजियाबाद सबसे प्रदूषित रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार एक्यूआई गंभीर श्रेणी में 404 दर्ज किया गया। वसुंधरा क्षेत्र जिले में सबसे प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 476 दर्ज किया गया। तमाम योजनाओं के दावों के बाद भी प्रदूषण के बढ़ते स्तर पर रोक नहीं लग पा रही है। आए दिन गाजियाबाद देश में सबसे प्रदूषित रहता है।

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    सोमवार को जिले का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। मंगलवार को इसमें 11 अंक की बढोतरी दर्ज की गई। लगातार बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों का दम घुट रहा है। लोगों को प्रदूषण में सांस लेना भी दूभर हो रहा है।

    लोगों का कहना है कि प्रदूषण रोकथाम के लिए केवल कागजी योजनाएं बनाई जा रही हैं। जमीन पर कोई कार्रवाई दिखाई नहीं दे रही है। ग्रेप (ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान) की पाबंदियां लागू हैं। उनका भी पालन नहीं किया जा रहा है। सड़कों पर उड़ती धूल पर पानी का छिड़काव तक नहीं किया जा रहा है। इससे प्रदूषण को और बढ़ावा मिल रहा है।

    वसुंधरा के लोग सबसे जहरीली हवा में रह रहे

    जिले में इंदिरापुरम, वसुंधरा, लोनी व संजय नगर में प्रदूषण मापक यंत्र लगाए गए हैं। इनमें वसुंधरा की हवा सबसे जहरीली बनी हुई है। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 476 सबसे अधिक दर्ज किया गया। वहीं, इंदिरापुरम की हवा भी गंभीर श्रेणी में रही। यहां का एक्यूआई 409 दर्ज किया गया। लोनी व संजय नगर का एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में रहा।

    ग्रेप के नियमों का पालन दूर तक नहीं

    एनसीआर में वर्तमान में ग्रेप की नियम लागू हैं। इसके अंतर्गत विभिन्न पाबंदियां लगाई गई हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उनका पालन नहीं करा पा रहा है। जबकि जिले में 20 से अधिक विभागों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। ये विभाग क्या कार्य कर रहे हैं इसकी निगरानी की जिम्मेदारी प्रदूषण बोर्ड की है।

    जिले में प्रदूषण के ये हैं मुख्य कारण

    • वाहनों का दबाव और जाम की समस्या
    • अवैध फैक्ट्रियों का संचालन
    • ढाबों व रेस्टोरेंटों में जलता कोयला
    • बिन छिड़काव सड़कों पर उड़ती धूल
    • उम्र पूरी कर चुके वाहनों का संचालन
    • निर्माण कार्य व ध्वस्तीकरण

    सोमवार को एक्यूआई की स्थिति

    • गाजियाबाद 404
    • इंदिरापुरम 409
    • संजय नगर 399
    • वसुंधरा 476
    • लोनी 332

     

    ग्रेप के नियमों का पालन कराने के लिए निगरानी की जा रही है। जहां भी उल्लंघन होता पाया जाता है उन पर कार्रवाई की जाती है। सभी विभाग समन्वय कर कार्य कर रहे हैं।


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    -अंकित सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, यूपीपीसीबी