गाजियाबाद के खोड़ा में पानी की भारी किल्लत, एक से दूसरे वार्ड में लगाने पड़ते हैं चक्कर
गाजियाबाद के खोड़ा में पानी की गंभीर किल्लत है, जहां सुबह से ही महिलाएं और बच्चे पानी के लिए दौड़ लगाते हैं। निवासियों का आरोप है कि नगर पालिका के टैं ...और पढ़ें
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खोड़ा में टैंकर से पानी भरते लोग। जागरण
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। सर्दियों में सुबह लोग पानी में हाथ डालने से भी डरते हैं, लेकिन खोड़ा में यह तस्वीर उल्टी है, यहां लोगों की सुबह पानी के लिए दौड़ लगाने से शुरू होती है। एक वार्ड से दूसरे वार्ड में बर्तन हाथों में लेकर महिलाएं, बच्चे और पुरुष दौड़ते हैं। लोगों का आरोप है कि एक ही गली में नगर पालिका का टैंकर आकर खड़ा हो जाता है। इससे दूसरी गलियों में रहने वाले लोगों को दूरी तय कर पानी भरकर घर लाना पड़ता है।
खोड़ा में पेयजल आपूर्ति के लिए 70 टैंकर लगाए गए हैं। इनमें से कुछ के खराब होने का दावा भी लोग और विपक्षी दलों के लोग करते हैं। टैंकरों के नियमित न आने की शिकायत भी लोगों को रहती है।
यहां के मैत्रिका विहार, हयातनगर, प्रेम विहार, इंद्र विहार, हिमालय एन्क्लेव समेत अन्य क्षेत्रों में पानी की भारी किल्लत है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। लोगों का कहना है कि एक समय ही पानी मिलता है। इसमें भी टैंकरों से सभी घरों की आपूर्ति नहीं हो पाती है और लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
दो समय आए क्षेत्रों में टैंकर
लोगों ने मांग की है कि सुबह और शाम दोनों समय क्षेत्रों में टैंकर भेजे जाने चाहिए। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर की व्यवस्था भी नगर निगम को करनी चाहिए, जिस पर लोग पानी संबंधी समस्या को बता सकें और एक से दो घंटे के बीच पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
पानी की किल्लत के बीच सबसे अधिक परेशानी महिलाओं और बच्चों को उठानी पड़ती है। घर के काम छोड़कर महिलाओं को पानी के लिए भागना पड़ता है।
- शेखर यादव, स्थानीय निवासी
पानी उपलब्ध कराया जाना सबसे जरूरी है। टैंकरों के सहारे व्यवस्था से भी लोगों को ही परेशानी उठानी पड़ती है। लोगों के घरों में पानी पहुंचे, यह जरूरी है।
- नवाबुद्दीन, स्थानीय निवासी
सर्दियों में पानी की मांग कम होने की बात कही जाती है लेकिन नगर पालिका को यह समझना चाहिए कि घरों में जरूरत के हिसाब से पानी पहुंचे।
- आशीष गुप्ता, स्थानीय निवासी
नगर पालिका को पानी के लिए एक्शन प्लान बनाना चाहिए। चाहे एक या दो वार्ड से इसकी शुरुआत हो। इससे धीमे-धीमे ही सही समस्या का निस्तारण होगा।
- दिनेश कुमार, स्थानीय निवासी

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