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    गाजियाबाद: आपदा प्रबंधन की ट्रेनिंग का दिखेगा असर, संयुक्त तौर पर चलेगा रेस्क्यू अभियान

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 04:25 AM (IST)

    गाजियाबाद समेत उत्तर प्रदेश के 26 जिलों के अधिकारियों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रयागराज में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण में गाजियाबाद के ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गाजियाबाद समेत प्रदेश के 26 जिलों में आपदा के समय बेहतर इंतजामों को लेकर गंभीर है। इसी को ध्यान में रखकर इन जिलों के मुख्य अधिकारियों को आपदा प्रबंधन को लेकर प्रयागराज में दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।

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    गाजियाबाद के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सौरभ भट्ट, मुख्य अग्निशमन अधिकारी राहुल और सीएमओ के प्रतिनिधि के तौर पर इस प्रशिक्षण में जिला मलेरिया अधिकारी ज्ञानेन्द्र मिश्रा ने हिस्सा लिया। आने वाले दिनों में इस प्रशिक्षण का असर देखने को मिलेगा।

    इस प्रशिक्षण में विशेषज्ञों ने सिम्पोजियम एवं टेबल-टाप एक्सरसाइज में भीड़ प्रबंधन, डूबने की घटनाओं की रोकथाम, शीत लहर तथा अग्नि दुर्घटनाओं जैसे बहुआयामी जोखिमों के संदर्भ में विस्तार से बताया गया।

    बताया गया कि विभागीय तैयारी का दृष्टिकोण केवल घटना के बाद प्रतिक्रिया तक सीमित नहीं रह सकता, बल्कि जोखिम-आकलन, पूर्वानुमान आधारित योजना, क्षमता-वर्धन और प्रशिक्षित, समयबद्ध प्रतिक्रिया प्रणाली को केंद्र में रखना होगा। विभिन्न विभागों की तैयारियों को एकीकृत कमांड, प्रभावी संचार और समन्वित कार्रवाई में रूपांतरित करना ही लोगों की सुरक्षा, सुविधा और विश्वास सुनिश्चित करेगा।

    सिम्पोजियम एवं टेबल टाप एक्सरसाइज प्रशिक्षण के उद्देश्य एवं दिये गये दिशा-निर्देश

    •  राज्य एवं जनपदों की भीड़ एवं आपदा प्रबंधन योजना तथा संबंधित मानक संचालन प्रक्रिया(एसओपी) की समीक्षा करने के साथ प्रत्येक संबंधित विभाग की विभागीय आपदा प्रबंधन योजनाओं की समीक्षा करना जरूरी है
    •  इंसीडेंट रेस्पांस सिस्टम(आइआरएस) के अनुसार विभिन्न हितधारकों की भूमिकाओं एवं जिम्मेदारियों का परीक्षण करना होगा
    •  प्रतिक्रिया तंत्र(रेस्पांस मेकेनिज्म) में आइआरएस की उपयोगिता को संस्थागत बनाना होगा
    •  जिला स्तर पर आपातकालीन सहायता कार्यों के लिए विभिन्न हितधारकों के मध्य समन्वय सुनिश्चित करना होगा
    •  स्थानीय निकायों, मीडिया,गैर सरकारी संगठनों और समुदाय को शामिल करके जनजागरूकता कार्यक्रम चलाने होंगे
    • संसाधनों, संचार माध्यमों और प्रतिक्रिया क्षमताओं में दिखने वाली कमियों को पहचान कर आवश्यकतानुसार सुधार करना होगा

    इन जिलों में आपदा को लेकर होंगे विशेष इंतजाम

    सहारनपुर,मेरठ,गाजियाबाद,हापुड़,गौतमबुद्ध नगर,आगरा,मथुरा,हाथरस,बरेली, शाहजहांपुर,लखनऊ,लखीमपुर खीरी,सीतापुर,अयोध्या,बाराबंकी,कानपुरनगर,गोरखपुर,श्रावस्ती,बलरामपुर,गोण्डा,प्रयागराज,चित्रकूट,बांदा,महोबा,वाराणसी,मिर्जापुर

    संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान चलाने को विशेष प्रशिक्षण में हिस्सा लिया। अब स्वास्थ्य विभाग की एक टीम का गठन किया जायेगा। यह टीम जिले में कहीं भी होने वाली आपदा में तुरंत पहुंचकर बचाव कार्य करेगी। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य विभाग की होगी। दस मिनट में एंबुलेंस को मौके पर भेजना होगा।



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    - ज्ञानेन्द्र कुमार मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी