गाजियाबाद के सीमाओं की होगी 'किलाबंदी', 605 पुलिसकर्मी और होमगार्ड संभालेंगे 40 नाकाबंदी प्वाइंट
गाजियाबाद की सीमाओं को अपराध नियंत्रण के लिए 'किलाबंदी' की जाएगी। 40 नाकाबंदी पॉइंट्स पर 605 पुलिसकर्मी और होमगार्ड तैनात किए जाएंगे। सीमावर्ती क्षेत् ...और पढ़ें

हापुड़ रोड स्थित पुलिस ऑफिस। जागरण
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। गाजियाबाद कमिश्नरेट में अपराधों पर नियंत्रण और बड़ी वारदात के बाद अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए नाकाबंदी योजना तैयार की है। इस योजना के तहत अपराध होते ही शहर और जिले की सीमाओं को तत्काल सील कर सघन चेकिंग की जाएगी, जिससे बदमाशों के भागने के रास्ते बंद किए जा सकें। जनपद में 40 स्थान तय कर प्रत्येक स्थान पर एक पीआरवी एवं कुल 605 पुलिसकर्मी एवं होमगार्ड तैनात करने का निर्णय लिया है।
गाजियाबाद अपराध की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील है, क्योंकि इसकी सीमाएं दिल्ली के साथ-साथ गौतमबुद्धनगर, हापुड़, मेरठ और बागपत से जुड़ी हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए पूरे कमिश्नरेट में 40 प्रमुख नाकाबंदी प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं। इन सभी प्वाइंट्स पर एक-एक पीआरवी के अलावा 159 दरोगा, 326 हेड कांस्टेबल व कांस्टेबल तथा 80 होमगार्ड तैनात किए गए हैं।
योजना के तहत बाॅर्डर इलाकों पर जिग-जैग बैरियर लगाकर नियमित चेकिंग की जा रही है। सभी नाकाबंदी प्वाइंट पर नाइट विजन कैमरे लगे हैं, जिन्हें कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है। रात में चेकिंग को प्रभावी बनाने के लिए पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था भी की गई है। अतिरिक्त ड्यूटी प्वाइंट बनाकर सघन चेकिंग सुनिश्चित की गई है। पुलिस आयुक्त के अनुसार, पूरे कमिश्नरेट में त्रिस्तरीय चेकिंग व्यवस्था लागू की गई है, जिसमें स्थानीय थाना पुलिस, स्टेटिक टीम और चीता, पीसी व पीआरवी को एक साथ सक्रिय किया जाएगा।
यूपी-112 की पीआरवी को भी इस योजना में शामिल किया गया है। चेकिंग के दौरान जवानों को बाडी वार्न कैमरे, बुलेट प्रुफ जैकेट और सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया है। इसके अलावा रेलवे लाइनों और मुख्य मार्गों से सटे गांवों व मोहल्लों में लगातार पेट्रोलिंग की जाएगी। अपराध होने की स्थिति में सीमाएं तुरंत सील होंगी और ड्रोन व सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी।
"बदमाश कोई घटना कर जिले की सीमा पार नहीं कर पाएं इसके लिए नाकाबंदी योजना लागू की गई है। दूसरे जनपद में अपराध कर गाजियाबाद की सीमा में भी बदमाशों को सूचना मिलने के बाद सीमा पर ही दबोच लिया जाएगा। इससे जनता में सुरक्षा का भरोसा मजबूत होगा।"
-जे रविंदर गौड़, पुलिस आयुक्त।
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