'गंभीर' श्रेणी में पहुंचा गाजियाबाद का AQI, देश में सबसे प्रदूषित रहा; दूसरे-तीसरे नंबर पर भी यूपी के शहर
गाजियाबाद 401 एक्यूआई के साथ देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। ग्रेप-3 के नियमों का उल्लंघन और उड़ती धूल के कारण प्रदूषण बढ़ रहा है। संजयनगर सबसे अधिक प्रदूषित क्षेत्र है, जहां एक्यूआई 430 दर्ज किया गया। खुले में कूड़ा जलने से स्थिति और बिगड़ रही है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग कार्रवाई कर रहा है और पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। बढ़ते प्रदूषण के बीच ग्रेप-3 के नियमों का पालन न होने से हालात दिन ब दिन बिगड़ते जा रहे हैं। सोमवार को गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया।
इसके साथ ही गाजियाबाद देश के सबसे प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर रहा। गाजियाबाद के चार में से तीन ही स्टेशन का एक्यूआई दर्ज किया गया। विभाग के एप पर वसुंधरा स्टेशन का एक्यूआई अपडेट नहीं हुआ।
गाजियाबाद प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर रहने के साथ ही गंभीर श्रेणी में आ गया है। 401 एक्यूआई के बीच गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को तो अपना ख्याल रखना ही है साथ ही स्वस्थ लोगों को भी बाहर निकलने के दौरान पूरी एहतियात बरतनी है।
गाजियाबाद के तीन स्टेशन के एक्यूआई में संजयनगर सबसे ज्यादा प्रदूषित रहा। यहां का एक्यूआई 430 दर्ज किया गया। इसके अलावा लोनी में भी एक्यूआई 408 पर रहा। वसुंधरा भी पिछले दिनों बढ़े एक्यूआई के साथ गंभीर श्रेणी में रह चुका है। गाजियाबाद के बाद 390 एक्यूआई के साथ ग्रेटर नोएडा दूसरे और 383 एक्यूआई पर हापुड़ तीसरे नंबर पर रहा।
खुले में जल रहा कूड़ा
इंदरगढ़ी में दोपहर को किसी ने कूड़े में आग लगा दी। इससे उठे धुएं ने लोगों को काफी परेशान रखा। कूड़े में आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं और इसे वायु मंडल को भी नुकसान हो रहा है। इसके अलावा हाट स्पाट पर भी ध्यान न देने से लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है।
ट्रांस हिंडन समेत शहर के औद्योगिक क्षेत्रों, बस अड्डों पर उड़ती धूल पर भी रोकथाम नहीं लग पा रही है। इसके अलावा निर्माण कार्य भी चोरी-छिपे चलने से ग्रेप-3 का सख्ती से पालन नहीं हो पा रहा है।
गाजियाबाद के सभी स्टेशन का एक्यूआई
- गाजियाबाद - 401
- इंदिरापुरम - 366
- लोनी - 408
- संजयनगर - 430
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ग्रेप-3 के नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण विभाग अपने स्तर से फैक्ट्रियों और प्रदूषण फैला रहीं इकाइयों पर कार्रवाई कर रहा है। नगर निगम से लगातार पानी का छिड़काव सड़कों पर कराया जा रहा है। सोसायटियों में भी आरडब्ल्यूए, एओए और औद्योगिक संगठनों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में छिड़काव कराने के लिए कहा गया है।
-अंकित सिंह, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी

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