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    ड्रोन पेट्रोलिंग-AI के दौर में भी ग्राम चौकीदारों पर भरोसा, गाजियाबाद कमिश्नरेट में पहली बार 30 पदों पर नई भर्ती

    By Vinit Edited By: Anup Tiwari
    Updated: Sun, 28 Dec 2025 01:16 PM (IST)

    गाजियाबाद कमिश्नरेट डिजिटल निगरानी और एआई के युग में भी ग्रामीण सुरक्षा के लिए ग्राम चौकीदारों पर भरोसा कर रहा है। पहली बार 30 रिक्त पदों पर नई भर्ती ...और पढ़ें

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। डिजिटल निगरानी, ड्रोन पेट्रोलिंग और एआइ आधारित पुलिसिंग के बढ़ते कदमों के बीच भी गाजियाबाद की गांव पुलिसिंग एक पुराने, भरोसेमंद किरदार को साथ लेकर चल रही है वह है ग्राम चौकीदार।

    कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद पहली बार इन पदों पर नई भर्ती की तैयारी शुरू हो चुकी है। यह ग्रामीण सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने की कवायद है, जो रात की खामोशी में भी जागकर गांव की चौखट की रखवाली करता रहा है। पुलिस विभाग पंचायत चुनाव से पहले इस प्रक्रिया को पूरा करने की तैयारी में है, ताकि गांवों में कानून व्यवस्था और मतदान सुरक्षा के लिए पर्याप्त जमीनी नेटवर्क उपलब्ध रहे।

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    तकनीकी युग में भी चौकीदारों पर जोर

    गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने तकनीक के युग में भी ग्रामीण पुलिसिंग में चौकीदारों की उपयोगिता बनाए रखने का निर्णय लिया है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार जनपद में 222 चौकीदारों के पद स्वीकृत हैं, जिनमें से वर्तमान में 191 चौकीदार कार्यरत हैं।

    इस लिहाज से 30 पद रिक्त चल रहे हैं। जिन्हें भरने के लिए भर्ती प्रक्रिया शीघ्र शुरू की जाएगी। चौकीदार गांवों में पुलिस का स्थानीय प्रतिनिधि माना जाता है, जो अपराध, विवाद, संदिग्ध गतिविधियों और आपात सूचनाओं को सबसे पहले पुलिस तक पहुंचाने की अहम कड़ी होता है।

    चौकीदारों को दिया जाएगा 2500 रुपए का मानदेय

    व्यवस्था के तहत चौकीदारों को 2500 रुपये महीना मानदेय देने के साथ ही टार्च और साइकिल प्रदान की जाती है, ताकि वे रात में गश्त और सूचना संप्रेषण में सक्षम रहें। चौकीदारों की मानवीय सतर्कता और स्थानीय जानकारी पुलिस के लिए सबसे कारगर टूल साबित होती रही है।

    पुलिस अधिकारियों का यह भी कहना है कि चुनावी तैयारियों में चौकीदारों की मौजूदगी बूथ स्तर पर सूचना संकलन, भीड़ नियंत्रण, विवाद की शुरुआती पहचान और रात में निगरानी के लिये निर्णायक भूमिका निभाती है। यही वजह है कि भर्ती को पंचायत चुनाव से पहले पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।




    चौकीदार पुलिस विभाग की देहात में आंख और कान है। रिक्त पदों को भरकर हम ग्रामीण सुरक्षा, विवाद समाधान और चुनाव प्रबंधन को और सुदृढ़ करेंगे। भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से संपन्न कराई जाएगी।

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    आलोक प्रियदर्शी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त