काल्पनिक गाड़ियों पर असली लोन, मैनेजर-DSA ने डीलर के साथ मिलकर किया 51 लाख का घोटाला
साहिबाबाद में एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने गाड़ियों के फर्जी कागजात से 51.16 लाख रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी की। गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन, चेसिस औ ...और पढ़ें

साहिबाबाद में एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने गाड़ियों के फर्जी कागजात से 51.16 लाख रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी की। सांकेतिक तस्वीर
जागरण संवाददाता, साहिबाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र में एक फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने कथित तौर पर गाड़ियों पर 51.16 लाख रुपये का लोन लेकर धोखाधड़ी की। जिन गाड़ियों पर लोन लिया गया था, उनके रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और इंजन नंबर सभी फर्जी निकले, और गाड़ियों के बारे में कोई सही जानकारी नहीं मिल पाई। जब पीड़ित को इस धोखाधड़ी का पता चला, तो उसने तीन कर्मचारियों सहित चार आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
राज नगर RDC में फाइनेंस कंपनी चलाने वाले रजत डाबास ने बताया कि उनकी कंपनी गाड़ियों पर लोन देती है। उनका आरोप है कि कंपनी मैनेजर पंकज जैद, DSA विनोद और वैभव ने डीलर राकेश के साथ मिलकर शाहनवाज, मनीष, मूलचंद पाल, सतेंद्र और विक्रम सिंह की गाड़ियों पर उनकी कंपनी से 51.16 लाख रुपये का लोन लिया। यह सारा पैसा डीलर राकेश के खाते में जमा किया गया।
आरोप है कि पंकज जैद, विनोद और वैभव ने इन लोन को पास कराने के लिए RTO (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) के कर्मचारियों के साथ मिलीभगत की। जब लोन की किस्तें नहीं चुकाई गईं, तो जांच में पता चला कि इन सभी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर, चेसिस नंबर और इंजन नंबर फर्जी थे। गाड़ी बनाने वाली कंपनी ने कभी ये गाड़ियां बनाई ही नहीं थीं। आरोप है कि मैनेजर पंकज जैद के खिलाफ बिजनौर में भी धोखाधड़ी का एक पुराना मामला दर्ज है।
इनमें से एक गाड़ी साहिबाबाद पुलिस ने दूसरे मामले में बरामद की थी। धोखाधड़ी का पता चलने के बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत की। ACP साहिबाबाद श्वेता यादव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच चल रही है। जांच के बाद तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

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