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    मोदीनगर में एहसान की हत्या का सनसनीखेज खुलासा, अलबक्ष के कत्ल के अगले दिन ही रची गई थी साजिश

    Updated: Mon, 27 Oct 2025 01:01 PM (IST)

    मोदीनगर पुलिस ने अलबक्ष की हत्या का बदला लेने के लिए एहसान की हत्या का खुलासा किया है। पुलिस ने अलबक्ष के दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने एहसान की हत्या इसलिए की क्योंकि एहसान अलबक्ष की हत्या में शामिल था। घटना के बाद आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।  

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    जागरण संवाददाता, मोदीनगर (गाजियाबाद)। गाजियाबाद जनपद के मोदीनगर में अलबक्ष की हत्या का बदला लेने के लिए ही एहसान की हत्या की गई थी। मोदीनगर पुलिस ने अबलक्ष के दो भाईयों को पकड़कर शनिवार को घटना का पर्दाफाश कर दिया।

    अलबक्ष की हत्या के अगले दिन ही एहसान की हत्या की पटकथा लिख दी गई थी। आरोपी एहसान व किन्नर निशा दोनों की हत्या के इरादे से आए थे। लेकिन निशा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। एहसान की हत्या के बाद अफरातफरी मची तो आरोपित फरार हो गए।

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    वहीं, आरोपितों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किया तमंचा बरामद हुआ है। फरार आरोपितों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। अलबक्ष के पिता आबिद को भी पुलिस जल्द ही पीसीआर पर लेकर पूछताछ करेगी।

    एसीपी मोदीनगर अमित सक्सेना ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित भोजपुर थाना क्षेत्र के गांव मछरी का मेजर उर्फ जावेद व सुहेल हैं। मेजर अलबक्ष का सगा भाई है। जबकि सुहेल चाचा का बेटा है। आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे सादिम, राशिद, मोमीन व अन्य के साथ 16 अक्टूबर को मोदीनगर की विश्वकर्मा बस्ती में आए थे।

    उन्हाेंने पहले से जानकारी थी कि एहसान कालोनी में ही है। उन्होंने आते ही एहसान की गोली मारकर हत्या की। जिसके बाद वे अंडरग्राउंड हो गए। घटना में तमंचा व पिस्टल का इस्तेमाल किया गया। इसमें पिस्टल फरार आरोपितों के पास है। एसीपी ने बताया कि फरार आरोपित भी जल्द गिरफ्त में होंगे।

    एहसान की जमानत के बाद बनी पूरी रूपरेखा

    आरोपितों ने एहसान की जमानत के बाद घटना की रूपरेखा तैयार कर ली थी। घटना का मास्टरमाइंड अलबक्ष का पिता आबिद है। किन्नर निशा व एहसान दोनों की हत्या की साजिश थी। मुख्य रूप से टारगेट पर निशा थी। आरोपित विश्वकर्मा बस्ती में रेकी करने आते थे। यहां उन्होंने कुछ मुखबिर भी तैयार किये। जिनका अभी पुलिस को पता नहीं चला है। घटना से दो दिन पहले ही आबिद जेल चला गया। जैसे ही 16 अक्टूबर को एहसान कालोनी में आया तो आरोपितों तक सूचना पहुंच गई। वे बाइक से आए और एहसान की हत्या कर दी।

    यह है पूरी रंजिश

    मोदीनगर में किन्नर निशा व पूजा बधाई मांगते हैं। इनके बीच लंबे समय से बधाई मांगने को लेकर सीमा विवाद चल रहा है। मार्च महीने में पूजा किन्नर के साथ मछरी गांव का अलबक्ष बधाई लेकर लौट रहा था। रास्ते में सीकरी कलां के निकट निशा व उसके साथियों ने अलबक्ष की हत्या कर दी।

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    इस मामले में एहसान, निशा समेत 13 आरोपित जेल गए। तभी से यह विवाद रंजिश में बदल गया। अब अलबक्ष की हत्या का बदला लेने के लिए पिता आबिद, भाई, किन्नर पूजा व साथियों ने मिलकर एहसान की हत्या की। अलबक्ष पूजा किन्नर के साथ ढाेलक बजाता था, जबकि एहसान निशा किन्नर की कार में चालक था। अब भी अगर पुलिस इस रंजिश को लेकर गंभीर नहीं हुई आगे और घटना होने से इनकार नहीं किया सकता।