पहले ही लिखी जा चुकी थी एहसान के मर्डर की स्क्रिप्ट, किन्नरों के बीच इलाके के विवाद में हो रहीं हत्याएं
मोदीनगर में किन्नरों के बीच बधाई मांगने को लेकर चल रहे विवाद में एहसान की हत्या कर दी गई। आरोप है कि पूजा गुट ने अलबक्ष की हत्या का बदला लेने के लिए एहसान को मारा। पुलिस ने सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिनमें आबिद भी शामिल है, जो घटना से एक दिन पहले ही जेल गया था। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

पहले ही लिखी जा चुकी थी एहसान के मर्डर की स्क्रिप्ट, किन्नरों के दो गुटों में इलाके के विवाद में ली जा रहीं जानें।
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। एहसान की हत्या की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी। पूरी वारदात प्री-प्लांड तरीके से हुई। घटना का मास्टमाइंड आबिद एक दिन पहले ही अपनी जमानत तुड़वाकर गाजियाबाद कोर्ट से डासना जेल गया, जिससे उस पर आंच न आए।
हालांकि, पुलिस ने उसे भी मुकदमे में नामजद किया है। किन्नर समेत सात आरोपियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही हैं। घटना के बाद जाते हुए दो बाइक पर पांच आरोपी सीसीटीवी फुटेज में दिखे हैं। वारदात के बाइक आरोपी रजवाहे के रास्ते हापुड़ से होते हुए फरार हुए।
नामजद चार आरोपी भोजपुर के गांव मछरी के रहने वाले हैं। सभी अलबक्ष व आबिद के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके घर मछरी पहुंचीं, लेकिन सभी घर के ताले लगाकर फरार हो गए। किन्नरों के बीच चल रहे सीमा विवाद में इस साल दूसरी हत्या हुई है।
घटना के दूसरे दिन भी पुलिस विश्वकर्मा काॅलोनी व गांव मछरी में तैनात रही। मोदीनगर की विश्वकर्मा बस्ती के एहसान उर्फ राजू (45) किन्नरों की कार के ड्राइवर थे। वे किन्नर निशा के साथ काम कर रहे थे।
मोदीनगर में किन्नर निशा व किन्नर पूजा के बीच बधाई मांगने को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद में मार्च 2025 में पूजा के साथ ढोलक बजाने वाले भोजपुर के गांव मछरी के अलबक्ष की मोदीनगर में गोली मारकर हत्या की गई थी।
इस मामले में एहसान जेल गया था। 25 सितंबर को जमानत के बाद एहसान और निशा बृहस्पतिवार को पहली बार विश्वकर्मा काॅलोनी में आए थे। शाम को ही हथियारों से लैस आरोपियों ने घर के बाहर दौड़ाकर एहसान की हत्या कर दी।
उन्होंने छह गोली मारी गईं। एहसान पर पूर्व में चार मुकदमे हैं। जिसमें जानलेवा हमले के एक मामले में वह जमानत पर वह बाहर था। उसी की जमानत तुड़वार वह जेल गया।
किन्नरों का सीमा विवाद रंजिश में बदला
मोदीनगर में किन्नरों के बीच बधाई मांगने को लेकर चल रहा सीमा विवाद अब रंजिश में बदल गया है। किन्नर निशा व पूजा के गुटों के बीच एक-दूसरे के लिए खून सवार है। अलबक्ष की हत्या को साल भी नहीं बीता और एहसान की हत्या हो गई। एहसान की हत्या कर पूजा गुट ने अलबक्ष की हत्या का बदला लिया। यह रंजिश अभी और बढ़ सकती है।
पुलिस-प्रशासन इस सीमा विवाद को लेकर पहले ही गंभीरता बरतता तो शायद हत्याएं न होती। कई बार थानों में दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत दी गई। लेकिन उन्हें टकराने में पुलिस का अधिक फोकस रहा।
आरोपियों के टारगेट पर हो सकती है निशा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आरोपियों के टारगेट पर किन्नर निशा भी थी। लेकिन निशा ने पड़ोस के घर में जाकर अंदर से कुंडी लगा दी। यदि वह सूझबूझ न दिखाती तो शायद आरोपी उनकी भी हत्या कर देते। आरोपित बार-बार निशा के बारे में बोल रहे थे। लेकिन जब एहसान की हत्या के बाद अफरातफरी मची तो वे भाग निकले।
भोजपुर के गांव मछरी के सुहैल, मेजर, सादिम, राशिद व नोएड़ा की किन्नर पूजा और मोमीन व आबिद पर केस दर्ज किया गया है। टीम इनकी तलाश में दबिश दे रही हैं। जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी कर घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
-अमित सक्सेना, एसीपी मोदीनगर
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