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    कफ सीरप तस्करी केस में SIT प्रमुख ही निकला भ्रष्ट, 3.87 लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार

    By Vinit Edited By: Neeraj Tiwari
    Updated: Sat, 22 Nov 2025 01:51 AM (IST)

    कफ सीरप तस्करी मामले में एसआईटी के प्रमुख को 3.87 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा। इस घटना ने विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एसीबी मामले की गहन जांच कर रही है।

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    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच में तैनात निरीक्षक रमेश सिंह सिद्धु को बृहस्पतिवार रात पुलिस ने घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। कफ सीरप तस्करी की जांच के लिए बनाई गई तीन सदस्यीय स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम को आरोपित निरीक्षक लीड कर रहे थे।

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    कफ सीरप मामले में जेल में बंद आरोपित ट्रांसपोर्टर के जानकार से निरीक्षक ने 3.87 लाख रुपए लिए और अपनी गाड़ी में रख लिए थे। सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपित इंस्पेक्टर को क्राइम ब्रांच परिसर जाकर दबोच लिया और कार से 3.87 लाख रुपए बरामद कर लिए। निरीक्षक के खिलाफ सिहानी गेट थाने में केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने निरीक्षक को घूस देने वाले व्यक्ति को भी दबोच लिया है।

    तीन नवंबर को क्राइम ब्रांच ने मेरठ रोड स्थित मछली गोदाम में छापा मारकर चार ट्रक से तस्करी के लिए भेजा जा रहा करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये का कफ सीरप बरामद किया था। पुलिस ने आठ आरोपित गिरफ्तार किए थे। ट्रांसपोर्टर संतोष भड़ाना के सहयोग से मकनपुर निवासी सौरव त्यागी कफ सीरप की तस्करी कर रहा था। संतोष भड़ाना की जमानत अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई होनी है।

    इसी मामले में संतोष के परिचित बरेली निवासी राहुल शर्मा ने इंस्पेक्टर रमेश सिंह से संपर्क किया। दोनों में शाम को मिलना तय हुआ। बृहस्पतिवार शाम राहुल ने इंस्पेक्टर को रुपए भी दे दिए। सूचना पर रात करीब 12 बजे पुलिस आयुक्त के आदेश पर एसीपी नंदग्राम उपासना पांडेय के नेतृत्व में टीम बनाई गई और लोहिया नगर स्थित क्राइम ब्रांच परिसर से आरोपित इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया। इंस्पेक्टर की कार से 3.87 लाख रुपए भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इंस्पेक्टर को घूस देने वाले राहुल को भी दबोच लिया।

    पुलिस ने इन लोगों को किया था गिरफ्तार

    तीन नवंबर को पुलिस ने मकनपुर निवासी सौरव त्यागी, कैला भट्ठा निवासी शादाब, कनावनी निवासी शिवाकांत उर्फ शिव, भट्ठा नंबर पांच निवासी संतोष भड़ाना, मेरठ के दौराला निवासी अंबुज कुमार, सुल्तानपुर के गांव शेषपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार, मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ निवासी दीपू यादव और सुशील यादव को गिरफ्तार किया।

    नंदग्राम थाने में चार नवंबर को सौरव त्यागी और उसे माल देने वाले वान्या एंटरप्राइजेज के मालिक विशाल उपाध्याय समेत धर्मेंद्र कुमार सिंह, दीपू यादव, सुशील यादव, अंबुज कुमार, शिवाकांत उर्फ शिव, शादाब, संतोष भड़ाना, पप्पन यादव, मेरठ के किठौर थानाक्षेत्र के गांव राधना निवासी आसिफ, सरधना के गांव नानू निवासी वसीम उर्फ नानू, अभिषेक शर्मा, शुभम जायसवाल, सुमित राणा, कमल मौर्य और सोनू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।

    क्राइम ब्रांच इस मामले की जांच कर रही है। पुलिस आयुक्त के आदेश पर तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया जिसमें इंस्पेक्टर रमेश सिंह सिद्धु और दो दारोगा को शामिल किया गया।

    खाकी पर दाग

    • 21 अगस्त को भोजपुर थाना क्षेत्र के कलछीना पुलिस चौकी इंचार्ज राजीव कुमार को एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया
    • 04 अक्टूबर को पुलिस लाइन में तैनात सिपाही सचिन और राहुल ने डासना जिला जेल पहुंचकर बंदी बिजेंद्र सिंह उर्फ बिजेंद्र सिंह हुड्डा को जेल से बाहर निकालने का प्रयास किया, दोनों गिरफ्तार
    • 03 जनवरी को एसीपी अंकुर विहार कोर्ट में घूस लेते दो सिपाहियों का वीडियो प्रसारित, दोनों निलंबित किए गए

    "सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच परिसर में छापा मारा गया था। मौके से निरीक्षक की कार से रिश्वत की रकम बरामद हुई है। आरोपित के खिलाफ सिहानी गेट थाने में केस दर्ज किया गया है। रिश्वत देेने वाले को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।"

    -धवल जायसवाल, डीसीपी सिटी

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