CGHS के अतिरिक्त निदेशक समेत तीन के खिलाफ चार्जशीट पेश, अस्पतालों को पैनल से न हटाने को मांगे थे 50 लाख
गाजियाबाद में, सीबीआई ने सीजीएचएस के अतिरिक्त निदेशक समेत तीन लोगों के खिलाफ 50 लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में चार्जशीट दाखिल की है। मेरठ के अस्पतालों को सीजीएचएस पैनल से न हटाने के लिए रिश्वत मांगी गई थी। आरोपियों को रिश्वत की पहली किश्त लेते हुए गिरफ्तार किया गया था, और उनके घरों से नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए थे। अदालत में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मांग की गई है।

CGHS के अतिरिक्त निदेशक समेत तीन के खिलाफ चार्जशीट पेश।
जागरण संवाददाता, गाजियाबाद। मेरठ स्थित केंद्रीय सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) कार्यालय में रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई ने जांच पूरी करते हुए अतिरिक्त निदेशक डॉ. अजय कुमार, कार्यालय अधीक्षक लवेश सोलंकी और निजी व्यक्ति रईस अहमद के खिलाफ अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। जांच एजेंसी ने 12 अगस्त को ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
सीबीआई के अनुसार 12 अगस्त को मेरठ के एक निजी अस्पताल समूह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। शिकायत में आरोप था कि डाॅक्टर अजय कुमार और लवेश सोलंकी ने अस्पतालों को सीजीएचएस की मान्यता सूची से नहीं हटाने के बदले 50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिकायत की जांच के बाद सीबीआई ने 12 अगस्त को जाल बिछाकर तीनों आरोपियों को उस समय दबोच लिया जब वह रिश्वत की पहली किस्त के रूप में पांच लाख रुपये ले रहे थे। यह रकम 50 लाख रुपये की कुल मांग का हिस्सा थी।
इसके बाद सीबीआई ने आरोपियों के आवासों पर छापेमारी की। डाॅक्टर अजय कुमार के घर से 29.50 लाख रुपये नकद और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए।
जांच में मौखिक, दस्तावेजी और डिजिटल साक्ष्य मिले हैं, जिनसे जांच एजेंसी को पता चला कि आरोपितों ने आपराधिक साजिश रचकर रिश्वत की मांग की और अवैध लाभ प्राप्त करने की कोशिश की। सीबीआई ने जांच पूरी कर रिपोर्ट अदालत में पेश करते हुए तीनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं में मुकदमा चलाने की मांग की है।
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