आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हादसे में मोदीनगर के तीन की गई जान, आखिरी सफर साबित हुआ लखनऊ का सफर
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए एक दर्दनाक हादसे में मोदीनगर के तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना तब हुई जब वे लखनऊ की यात्रा पर थे, जो उनके जीवन का अंतिम ...और पढ़ें

मृतक अशोक अग्रवाल, अभिनव अग्रवाल एवं आकाश गुप्ता का फाइल फोटो। सौ. स्वजन
जागरण संवाददाता, मोदीनगर। उन्नाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर मंगलवार को हादसे में मोदीनगर के नमक व्यापारी, उनके भतीजे व युवक काल के गात में समा गए। सोमवार शाम को ही कार से ये लखनऊ के लिए मोदीनगर से रवाना हुए थे। उन्हें नहीं पता था कि यह उनके जीवन का आखिरी सफर होगा।
मंगलवार सुबह हादसे की सूचना मिली तो दोनों परिवारों में कोहराम मच गया। आसपास के लोगों ने उनका ढांढस बांधा। शहर के जनप्रतिनिधि व गणमान्य लोगों ने परिवार के लोगों को सांत्वना दी। एक ही दिन में शहर के तीन लोगों की मौत की सूचना पर हर कोई हैरत में दिखा।
माेदीनगर की गोविंदपुरी के अशोक अग्रवाल(56) नमक व्यापारी थे। मोदीनगर के कादराबाद व मुरादनगर गंगनहर के पास उनकी काला नमक फ़ैक्ट्री व गोदाम हैं। नमक की सप्लाई देश के तमाम राज्याें में थी। उनके एक बेटा व दो बेटी हैं। तीनों की शादी हो चुकी है।
इन दिनों वे गाजियाबाद की वीवीआईपी सोसायटी में रहते थे। छोटे भाई सतीश अग्रवाल का भी नमक का ही व्यापार है। अशोक व उनके दोस्त सीकरी राेड के विपिन गुप्ता ने कुछ समय पहले ही एक न्यूज चैनल शुरू किया था।
इसी सिलसिले में उनका पूर्वाचल के जिलों में आना-जाना लगा रहता था। सोमवार शाम को अशोक सतीश के छोटे बेटे अभिनव अग्रवाल(20), विपिन गुप्ता के बेटे आकाश गुप्ता (26) व एक अन्य के साथ फार्च्यूनर कार से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे। अभिनव ही कार चला रहा था। वह परिवार में सबसे छोटा था, सभी का प्रिय था।
इस वर्ष वह बीबीए फाइनल इयर में था। स्वजन ने बताया कि अशोक अग्रवाल अभिनव से अधिक लगाव रखते थे। उसे अधिकांश अपने साथ ही रखते थे। वहीं, अशोक अग्रवाल की गिनती जिले के बड़े व्यापारियों में होती थी।
उनपर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी में व्यापार प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी थी। राज्यमंत्री ओमप्रकाश राजभर के करीबी बताए जाते थे। अशोक अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के पश्चिमी यूपी के अध्यक्ष भी थे। शहर में लोग अशोक भईया के नाम से जानते थे।
एक साल की बेटी के सिर से उठा पिता का साया
आकाश अग्रवाल की शादी चार साल पहले ही हुई थी। एक साल पहले ही बेटी हुई थी। आकाश की मौत के बाद बेटी के सिर से पिता का साया छिन गया। उनकी मौत की सूचना पर पत्नी रोते हुए बेहाेश तक हो गई। आकाश के पिता विपिन गुप्ता बिजली विभाग में ठेकेदार हैं। विपिन व अशोक के बीच पुरानी दोस्ती थी। आकाश ने बीकाम एलएलबी किया। बताया जा रहा है कि उसे कंप्यूटर की भी अच्छी जानकारी थी। पिछले दिनों जब शुरू चैनल हुआ तो पिता विपिन व उनके दोस्त अशोक ने आकाश को चैनल के संचालन की जिम्मेदारी दी। तब से आकाश अशोक के साथ ही जुड़े थे। आज बुधवार को तीनों का अंतिम संस्कार हाेगा।

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