फिरोजाबाद में आवारा कुत्ते के काटने के तीन महीने बाद रेबीज से बुजुर्ग की मौत, डॉक्टर्स ने खड़े कर दिए थे हाथ
फिरोजाबाद में एक दुखद घटना घटी जहाँ एक दिव्यांग वृद्ध की रेबीज से तड़प-तड़पकर मौत हो गई। साढ़े तीन महीने पहले उन्हें एक आवारा कुत्ते ने काटा था जिसके बाद उन्होंने एंटी रेबीज वैक्सीन की केवल एक ही खुराक ली थी। 15 दिन पहले रेबीज के लक्षण दिखने पर उन्हें आगरा और सैफई के अस्पतालों में ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। आवारा कुत्ते के काटने के साढ़े तीन माह बाद रेबीज से दिव्यांग वृद्ध की तड़प-तड़पकर मौत हो गई। 15 दिन पहले उनमें रेबीज के लक्षण उभरे थे। आगरा और सैफई आयुर्विज्ञान संस्थान में उनका उपचार कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए। वृद्ध को पानी देखकर डर लगने लगा था और गर्दन में झटके आने लगे थे। सोमवार शाम वृद्ध का व्हील चेयर पर शव मिला। स्वजन के अनुसार कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज वैक्सीन की एक ही डोज लगवाई थी।
65 वर्षीय गोरेलाल एक पैर से दिव्यांग होने के कारण व्हीलचेयर से चलते थे। साढ़े तीन माह पूर्व बिजली न होने पर वह घर के बाहर गली में सो रहे थे। इसी दौरान आवारा कुत्ते ने उनके कान में काट लिया। उन्होंने सरकारी अस्पताल में एंटी रेबीज वैक्सीन की एक डोज लगवा ली। दूसरी और तीसरी डोज नहीं लगवाई। 15 दिन से उन्हें पानी को देखकर डर लगने लगा तो स्वजन उन्हें आगरा और सैफई ले गए।
चिकित्सकों ने उन्हें दिल्ली ले जाने का परामर्श दिया, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर स्वजन दिल्ली नहीं जा सके। स्वजन उन्हें जड़ी-बूटी खिला रहे थे। सोमवार शाम पांच बजे वह बेटी के घर गए थे। वह घर नहीं लौटे तो तलाश की गई। रात 10 बजे उनका शव लावारिस अवस्था में पड़ा मिला। बेटे बंटू ने बताया कि पांच-छह दिन से पिता भौंकने के अंदाज में गर्दन से झटका भी देने लगे थे।
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