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    रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा बाल विकास विभाग का बाबू, भवन आवंटन आदेश जारी करने के लिए मांगे रुपये

    Updated: Sat, 27 Sep 2025 07:47 AM (IST)

    फिरोजाबाद में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन आवंटन आदेश जारी करने के बदले एक बाबू द्वारा रिश्वत मांगने पर भ्रष्टाचार निवारण टीम ने उसे गिरफ्तार किया। शिकोहाबाद की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रियंका से बाबू राजेश ने पांच हजार रुपये की मांग की थी। शिकायत मिलने पर टीम ने बाबू को रंगे हाथों पकड़ा और टूंडला थाने में एफआईआर दर्ज कराई जिसके बाद उसे मेरठ जेल भेजा गया।

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    पुलिस हिरासत में लिपिक राजेश बाबू : जागरण

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। आंगनबाड़़ी केंद्र के लिए सरकारी भवन आवंटन का आदेश पत्र जारी करने के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पांच हजार रुपये रिश्वत मांगना बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय के कनिष्ठ सहायक (बाबू) को शुक्रवार को भारी पड़ गया। शिकायत पर आगरा से आई भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन टीम) की टीम ने बाबू को दोपहर में विकास भवन कार्यालय परिसर से गिरफ्तार कर लिया। थाना टूंडला में प्राथमिकी लिखवा कर उससे पूछताछ की गई।

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    बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय का बाबू मांग रहा था रिश्वत

    शिकोहाबाद क्षेत्र के गांव नगला केवल निवासी प्रियंका अपने गांव में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। गांव में आंगनबाड़ी केंद्र के लिए भवन नहीं होने के कारण प्रियंका ने डीपीओ केसरी नंदन तिवारी से केंद्र के लिए सरकारी भवन के आवंटन का आदेश कराया था, लेकिन आदेश की प्रति बाबू राजेश बाबू प्रियंका को नहीं दे रहा था। उसके पति राधेश्याम भी बाबू और डीपीओ से मिले लेकिन बात नहीं बनी।

    थाना टूंडला में प्राथमिकी, आज मेरठ के न्यायालय में पेश किया जाएगा

    बाबू पांच हजार रुपये रिश्वत मिलने के बाद ही आदेश की प्रति देने की बात पर अडिग था। राधेश्याम ने एक सप्ताह पहले मामले की शिकायत आगरा में भ्रष्टाचार निवारण संगठन के अधिकारी से की थी। संगठन के ट्रैप प्रभारी निरीक्षक संजय राय टीम के साथ दोपहर में विकास भवन स्थित बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय में पहुंचे। दो बजे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रियंका और उनके पति राधेश्याम ने बाबू को रिश्वत देने के लिए विकास भवन कार्यालय परिसर में बुलाया। बाबू ने जैसे ही रुपये लिए, संगठन की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

    गिरफ्तारी की खबर के बाद खलबली

    गिरफ्तारी की खबर पर पूरे विकास भवन परिसर में सनसनी फैल गई। अधिकारी-कर्मचारी यह पता लगाने लगे कि बाबू को कहां से आई किस विभाग की टीम ले गई है। विभाग के कई अधिकारियों ने मोबाइल बंद कर लिए। भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम आरोपित को थाना टूंडला ले गई। आरोपित के विरुद्ध थाना टूंडला में एफआईआर लिखवाई गई है। मोबाइल बंद होने के कारण डीपीओ से बात नहीं हो सकी।

    ट्रैप प्रभारी निरीक्षक संजय राय ने आरोपित बाबू की गिरफ्तारी और मुकदमा लिखवाए जाने की जानकारी दी है। आरोपित को शनिवार को मेरठ जेल में पेश किया जाएगा।

    मटसेना थाने नहीं ले गई संगठन की टीम

    अमूमन इस तरह की कार्रवाई होने पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम आरोपित को थाना मटसेना में ले जाती है, यह पहला मामला है कि टीम आरोपित को टूंडला थाने पर ले गई।