लखनऊ के बाद अब यूपी के इस जिले में बढ़ेंगे जमीनों के सर्किल रेट, प्रशासन ने शुरू की तैयारी
फिरोजाबाद जिला प्रशासन कृषि व्यवसायिक और आवासीय जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी में है। डीएम उप निबंधकों के साथ विचार विमर्श कर रहे हैं। सहमति बनने के बाद तहसीलों में सर्वेक्षण किया जाएगा और प्रस्तावित दरों की सूची तैयार की जाएगी। पिछले साल अक्टूबर में सर्किल रेट में वृद्धि हुई थी जिसका अधिवक्ताओं ने विरोध किया था। सर्किल रेट में और वृद्धि होने पर विरोध की संभावना है।

जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। जिला प्रशासन ने कृषि, व्यवसायिक और आवासीय जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। डीएम द्वारा सभी उप निबंधकों से रेट बढ़ाने को लेकर विचार विमर्श किया जा रहा है। इसमें आम सहमति बनने पर सभी तहसीलों में सर्किल रेट बढ़ाने के लिए सर्वे कराने के बाद प्रस्तावित दरों की सूची तैयार कराई जाएगी।
जिले में सिक्सलेन, हाईवे, मुख्य मार्ग से लेकर लिंक मार्गों पर तेजी से आवासीय कालोनी, बहुमंजिला इमारत, होटल, मैरिज होम, व्यवसायिक कांपलेक्स सहित अन्य गतिविधियां काफी तेजी से बढ़ रही हैं। इससे कृषि और आवासीय भूमि की रेट सातवें आसमान पर पहुंच गई हैं।
इससे शहर से लेकर तहसील और ग्रामीण क्षेत्रों में जमीन खरीदना आम व्यक्ति की पहुंच से बाहर हो रहा है। इसके बाद भी जिला प्रशासन द्वारा निरंतर जमीनों के सर्किल रेट बढ़ाए जा रहे हैं। पिछले वर्ष जिला प्रशासन ने अक्टूबर से नए सर्किल रेट लागू किए थे। इसमें शहरी क्षेत्र में 10 प्रतिशत, अर्द्ध नगरी में आठ और ग्रामीण क्षेत्र में चार से पांच प्रतिशत तक सर्किल रेट बढ़ाए गए थे। इसके विरोध में अधिवक्ताओं ने कई दिनों से विरोध प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार किया था।
हालांकि, जिला प्रशासन की पहल पर कुछ शर्तों पर आम सहमति बनने के बाद ही नए सर्किल रेट लागू किए गए थे, जिसे अब तक एक वर्ष भी पूरा नहीं हुआ है। ऐसे हालात में यदि प्रशासन द्वारा सर्किल रेट बढ़ाने का निर्णय लिया जाता है, तो अधिवक्ता भी आंदोलन का रुख कर सकते हैं। उप निबंधक प्रथम जंग बहादुर शुक्ल का कहना है कि अभी सर्किल रेट बढ़ाने पर विचार विमर्श चल रहा है।
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