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    साइबर ठगी का नया तरीका, QR कोड के जरिए महिला से सात और निवेश के नाम पर युवक से 5.25 लाख की ठगी

    Updated: Wed, 01 Oct 2025 03:29 PM (IST)

    साइबर अपराधियों ने दो अलग-अलग घटनाओं में धोखाधड़ी की। सिरसागंज में एक महिला को क्यूआर कोड के माध्यम से 7 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया जबकि जसराना में एक युवक को निवेश के नाम पर 5.25 लाख रुपये की ठगी हुई। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है और आरोपियों की तलाश जारी है।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, फिरोजाबाद। साइबर शातिर हर दिन नए तरीके खोजकर लोगों को अपने जाल में फंसाकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। साइबर क्राइम थाने में एक दिन में दो मामले दर्ज किए गए हैं।

    इनमें से एक में पीड़ित सिरसागंज की महिला है तो दूसरे पीड़ित जसराना के रहने वाले हैं। उन्हें एक माह में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर 5.25 लाख रुपये की ठगी हुई है। साइबर क्राइम थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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    महिला को बातों के जाल में फंसाकर क्यूआर कोड रकम स्थानांतरित कराई

    सिरसागंज में नगला राई निवासी अर्चना ने तहरीर दी है कि उनके पास 14 अगस्त को अज्ञात नंबर से कॉल आई। उसने मुझे अपनी बातों में फंसाकर और गुमराह करके सात लाख रुपये दिए गए क्यूआर कोड पर स्थानांतरित करवा लिए। उसने रकम निवेश पर कई गुना लाभ कमाने का झांसा दिया था। रकम भेजने के बाद मोबाइल बंद कर लिया। पुलिस खाता नंबर के आधार पर आरोपित तक पहुंचने में जुटी है।

    युवक को एक माह में रकम दोगुनी करने का झांसा देकर कराया था निवेश

    वहीं नया रसूलपुर निवासी उमंग ने तहरीर दी है कि उनके मामा कौशल किशोर निवासी ग्राम टांडा पोस्ट पाढ़म, जसराना के रहने वाले है। उनके मामा के पास चार अलग-अलग नंबरों से कॉल आयी। उन्हें बताया गया कि फाइन ट्रेडर्स और एमएच इंटरप्राइजेज कंपनी जो कि इंदौर में है। इनमें निवेश करने पर एक माह में रकम दोगुनी हो जाती है।

    सवा पांच लाख रुपये करा दिए ट्रांसफर

    कौशल किशोर उनके झांसे में आ गए। इसके बाद उन्होंने विभिन्न खातों में निवेश के नाम पर सवा पांच लाख रुपये स्थानांतरित कर दिए। इसके बाद मोबाइल बंद हो गए तो उन्हें ठगी का पता चला। साइबर क्राइम थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर जांच कर रही है।

    इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि खाता नंबर और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपितों की तलाश की जा रही है। आशंका है कि शातिरों ने जिन खातों में रकम जमा कराई है। वह दूसरे के खाते का इस्तेमाल किया होगा।