बैंक में 1.86 करोड़ की धोखाधड़ी का केस: ढाई महीने बाद भी ग्राहकाें के खातों में नहीं आई रकम, शाखा पहुंचे पीड़ित
इंडियन बैंक में 1.86 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पीड़ित ग्राहकों ने व्यापार मंडल के अध्यक्ष के साथ बैंक में प्रदर्शन किया। आरोप है कि ढाई महीने बाद भी केवल एक ग्राहक को रकम वापस मिली है। बैंक प्रबंधक ने 15 दिन में बाकी ग्राहकों को रकम वापस करने का आश्वासन दिया है। कई आरोपी जेल में हैं जबकि शाखा प्रबंधक फरार है।

संस, जागरण. जसराना/फिरोजाबाद। इंडियन बैंक जसराना शाखा में धोखाधड़ी कर ग्राहकों के खाते से 1.86 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में मंगलवार को व्यापार मंडल के अध्यक्ष के नेतृत्व में पीड़ित बैंक पहुंचे। ग्राहकों ने शाखा प्रबंधक से रकम वापसी की गुहार लगाई।
ग्राहकों का आरोप था कि ढाई माह से अधिक का समय बीत चुका है। इसके बाद भी सिर्फ एक ही पीड़ित के खाते में रकम वापस आई। इस पर शाखा प्रबंधक ने उच्चाधिकारियों से बात कराई तो 15 दिन में शेष ग्राहकों के खाते में रकम भेजने का आश्वासन दिया गया।
जसराना व्यापार मंडल के अध्यक्ष नवीन शिवहरे के नेतृत्व में बुधवार को दीपक गुप्ता, रुवी वर्मा, शिवम गुप्ता, अमित गुप्ता, दिनेश वशिष्ठ, सुरेश वर्मा, राजू, गजराज सिंह, सुखवीर सिंह समेत दर्जन भर से अधिक पीड़ित ग्राहक बैंक शाखा पहुंचे।
एक ग्राहक को आठ लाख रुपये मिल चुके हैं वापस
शाखा प्रबंधक ज्ञानी पोरवल से मिले और रकम वापसी की मांग की। इस पर बैंक प्रबंधक ने बताया कि उनके स्तर का मामला नहीं है। शाखा प्रबंधक के रवैये से नाराज ग्राहकों ने बैंक में प्रदर्शन की चेतावनी दी। तब शाखा प्रबंधक ने उच्चाधिकारियों से बात कराई।
व्यापारी नेता नवीन शिवहरे का आरोप था कि बैंक की तरफ से सिर्फ एक ग्राहक राजीव उर्फ बबलू निवासी कस्बा जसराना के ही खाते में 30 मई को आठ लाख रुपये वापस किए गए। जबकि शेष ग्राहकों के खाते में रकम नहीं भेजी गई। अगर बैंक रकम वापस भेज रहा है तो सभी ग्राहकों के खाते में भेजे। अन्यथा जो कम राशि वाले ग्राहक हैं। पहले उनके खाते में रकम भेजी जाए।
21 मार्च को पीड़ित ग्राहकों ने किया था बैंक में हंगामा
गौरतलब है कि इस मामले में जसराना थाने में तात्कालीन बैंक प्रबंधक, राघवेंद्र सिंह, कैशियर जयप्रकाश समेत अन्य अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कैशियर समेत छह आरोपित जेल जा चुके हैं। जबकि शाखा प्रबंधक अभी फरार है।
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