शादी के एक दिन पहले लेखपाल ने दी जान, एसआईआर का काम और अवकाश न मिलने का आरोप
उत्तर प्रदेश में एक लेखपाल ने एसआईआर के काम से छुट्टी न मिलने के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लेखपाल पर काम का अत्यधिक दबाव था, जिसके चलते वह तनाव में थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच कर रही है। परिजनों और सहकर्मियों से पूछताछ जारी है।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। बिंदकी तहसील के सुल्तानगढ़ में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार ने एसआइआर के काम में छुट्टी न मिलने पर पंखे के हुक में रस्सी का फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। लेखपाल की बुधवार को शादी थी। सूचना पर एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य आला अधिकारी मौके पर पहुंचे।
कोतवाली बिंदकी के बागबादशाही खजुहा के रहने वाले लेखपाल सुधीर कुमार तहसील के सुल्तानगढ़ गांव में लेखपाल व एसआइआर के सुपरवाइजर थे। लेखपाल की बुधवार को शादी थी, इस कारण दो दिन के अवकाश थे। मंगलवार को सुबह 6:30 बजे लेखपाल घर कानूनगो शिवराम आए और गणना प्रपत्र फीड करने को कहा। कानूनगो के जाते ही लेखपाल घर में कमरे में गया और कुंडी बंद कर पंखे की हुक से फंदे पर लटक गया।
स्वजन ने देखा और शोर मचाया। इसके बाद कमरे का दरवाजा तोड़कर स्वजन अंदर गए और फंदे से लटक रहे लेखपाल को नीचे उतारा। तब तक लेखपाल की मौत हो चुकी थी। मौके पर एसडीएम प्रियंका अग्रवाल, तहसीलदार अचलेश सिंह, लेखपाल संघ के पदाधिकारी पहुंचे। शव घर पर रखा है।
लेखपाल संघ का आरोप है कि जहानाबाद विधान सभा के ईआरओ संजय सक्सेना ने निलंबित करने व नौकरी खा जाने की रविवार की मीटिंग में धमकी दी थी, इसी से लेखपाल डरे थे।
निलंबन की नहीं हुई कार्रवाई
एसडीएम प्रियंका अग्रवाल ने बताया कि लेखपाल का निलंबन नहीं हुआ था। वह अवकाश पर था। शादी के लिए सात दिन का अवकाश मांगा था, जिसे स्वीकृत कर दिया गया था।
ईआरओ पर एफआईआर को लेकर अड़े स्वजन व लेखपाल
शादी से एक दिन पहले फंदे पर लटककर जान देने वाले कोतवाली बिंदकी के बागबादशाही खजुहा निवासी दिवंगत लेखपाल सुधीर कुमार का शव दोपहर 1:30 बजे तक घर पर ही रखा हुआ है। स्वजन व लेखपाल संघ ईआरओ संजय शर्मा पर प्रताड़ित करने का आरोप लगा रहा है। दिवंगत लेखपाल की बहन ने ईआरओ (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) की प्रताड़ना को आत्महत्या का कारण बताकर तहरीर दी है

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।