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    Porn Video के नाम पर लोगों को बनाया शिकार, यूपी में दो अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार

    Updated: Sat, 27 Dec 2025 07:49 PM (IST)

    फतेहपुर और बांदा से दो अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरफ्तार किए गए हैं। ये ठग पोर्न वीडियो देखने के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल कर लाखों रुपये ऐंठते थे। एक आरोप ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, फतेहपुर। पोर्न वीडियो देखने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले दो अंतरराज्यीय साइबर ठगों को पुलिस ने शुक्रवार देर रात फतेहपुर व बांदा से धर दबोचा।

    इनके पास से पुलिस ने ठगी में प्रयुक्त सिम, दो एंड्रायड मोबाइल फोन व सात हजार रुपये बरामद किए। पुलिस इन पर सूचना प्रौद्योगिकी संशोधन अधिनियम के तहत वित्तीय धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर शनिवार को जेल भेज दिया।

    बता दें कि बीते दिनों गाजीपुर थाने के भगवानपुर गांव में दबिश देकर पुलिस ने तीन ठगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसमें जितेंद्र सिंह समेत 13 फरार चल रहे थे। इन अंतरराज्यीय ठगों की धरपकड़ को साइबर क्राइम पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से आरोपित जितेंद्र सिंह निवासी भगवानपुर, गाजीपुर को धर दबोचा।

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    यह पोर्न वीडियो देखने के नाम पर उत्तर प्रदेश समेत झारखंड, मध्यप्रदेश व बिहार के लोगों को वाट्सएप काल कर ठगी करता था। हत्थे चढ़े जितेंद्र सिंह की निशानदेही पर पुलिस ने शुक्रवार रात बांदा में छापेमारी कर बांदा जिले के बदौसा थाने के मुंशीपुरवा गांव निवासी अविनाश को गिरफ्तार कर लिया।

    इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने बताया कि हत्थे चढ़ा अंतरराज्यीय ठग अविनाश बांदा के अतर्रा रोड के ओरन पर जनसेवा केंद्र संचालक में काम करता था, जो ग्रामीणों की आईडी पर उन्हें सिम देकर उसी आईडी पर दूसरी कंपनी के सिम ठगों तक ढाई हजार रुपये में पहुंचाता था।

    गरीबों को प्रतिमाह दो हजार रुपये देने का लालच देकर खाता खुलवाकर ठगी के पैसों का ट्रांजेक्शन कराता था। अभी इन लोगों ने तीन लाख की ठगी की है।

    पोर्न वीडियो देखने पर करते ब्लैकमेल

    साइबर क्राइम थाने के निरीक्षक मो. कमर खान ने बताया कि हत्थे चढ़े जितेंद्र सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह सीबीआई व पुलिस अफसर बनकर मोबाइल यूजर्स के पास वाट्सएप काल करते हैं और पोर्न वीडियो देखने पर ब्लैकमेल कर रुपये ऐंठते हैं। इसके खिलाफ एनसीआरपी पोर्टल में वर्ष 2024 से अब तक छह शिकायतें आ चुकी हैं, जो गैर प्रांतों की हैं।

    सिम डाटा की जांच में जुटी पुलिस

    बांदा से हत्थे चढ़ा अविनाश जनसेवा केंद्र में काम कर विभिन्न मोबाइल कंपनियों के सिम दूसरों की आईडी पर साइबर ठगों को बेचता था। गरीब व अशिक्षितों की आईडी लेकर नया सिम जनरेट कर लेता था।

    इनकी आईडी से जनरेट सिमकार्ड गैर प्रांतों में साइबर ठग इस्तेमाल कर रहे हैं। पुलिस इसके पास से मिले सिमों के डाटा की जांच में जुट गई है।