महाराजपुर पुलिस की शिथिलता से उलझी रही हत्याकांड की गुत्थी, पैरों की बिछिया से हुई शिनाख्त
फतेहपुर के रानीपुर गाँव में एक बंद पड़ी फैक्ट्री में महिला की हत्या का मामला उलझा हुआ है जिसकी पहचान पैरों में बिछिया देखकर हुई। मृतका रेशमा की नानी ने ससुराल वालों पर मारपीट और गर्भपात का आरोप लगाया है। पुलिस जाँच कर रही है और सीओ बिंदकी ने जल्द खुलासे की उम्मीद जताई है। रेशमा का पति उसे बेंगलुरु ले जाने के बहाने जेवर लेकर गया था।

संवाद सहयोगी, बिंदकी। हाईवे पर स्थित रानीपुर गांव की बंद पड़ी फैक्ट्री में महिला की हत्या की गुत्थी महाराजपुर पुलिस की शिथिलता की वजह से छह दिन तक उलझी रही। जिससे दिवंगत के पैरों में तीन बिछिया देखकर स्वजन ने शिनाख्त की।
औंग थाने के रसूलपुर गांव निवासी रेशमा पुत्री विनोद रैदास की मां का निधन दो वर्ष की उम्र में हो गया था। मां के निधन के बाद रेशमा थाना जहानाबाद के नयापुरवा गांव ननिहाल नानी किशनी के यहां रहती थी।। नानी का आरोप है कि कुछ दिन बाद पति, जेठ, जेठानी, सास व ननद ने मारपीट की थी। जब दिवंगत महिला गर्भवती हो गई तो उसे दवा देकर गर्भपात करा दिया था।
महिला के ससुराल वालों पर अनहोनी घटना को अंजाम देने का आरोप लगाकर तहरीर दी थी लेकिन महाराजपुर पुलिस ने इस पर कार्रवाई नहीं की और रेशमा की हत्या हो गई। रानीपुर गांव में बंद फैक्ट्री के अंदर अधजली मिली महिला के एक पैरों में तीन बिछिया देखकर स्वजन ने पहचान की। खबर पाकर सीओ बिंदकी प्रगति यादव पहुंची। सीओ ने बताया कि घटना के राजफाश के करीब हैं। सोमवार सुबह तक घटना का राजफाश हो सकता है।
बेंगलुरु जाने को कह ले गया जेवर
दिवंगत रेशमा की नानी केशनी बताया कि 14 सितंबर को रेशमा के साथ उसका पति तीन चार अन्य लोगों को लेकर आटो से गांव आया था। बताया था कि उसे परदेश बेंगलुरु जाना हैं वह पत्नी को लेकर जाएगा और रेशमा के जेवर लेकर चला गया।
देर रात तक पुलिस संदिग्धों से पूछताछ में उलझी रही कि महिला को बंद फैक्ट्री के अंदर कैसे ले जाया गया और वह कैसे राजी हो गई। चर्चा है बंद फैक्ट्री के पास घटना वाले दिन एक ब्यक्ति को एक बच्चे को गोद में लिए देखा गया था।हालांकि दिवंगत का बेटा कार्तिक गंगागंज स्थित घर में सुरक्षित बताया गया है।
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