यूपी के इस जिले में चिटफंड कंपनी ने किया करोड़ों का घोटाला, मुकदमा दर्ज
फतेहपुर में एक चिटफंड कंपनी ने निवेशकों को अच्छा ब्याज देने का लालच देकर 1.55 करोड़ रुपये जमा कराए। भुगतान का समय आने पर रकम 2.47 करोड़ हो गई लेकिन कंपनी फरार हो गई। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने कंपनी के चेयरमैन समेत पांच लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ितों ने बताया कि उन्हें एजेंट बनाकर पैसे जमा कराए गए थे।

जागरण संवाददाता, फतेहपुर। चिटफंड कंपनी ने निवेशकों को अच्छा ब्याज व दोगुणा रकम देने का झांसा देकर अभिकर्ता के जरिए ग्राहकों का 1 करोड़ 55 लाख 22 हजार 500 रुपये फिक्स डिपाजिट करा लिया। जब भुगतान का समय आया तो ये रकम बढ़कर 2 करोड़ 47 लाख 41 हजार 642 रुपये हो गएं।
जब अभिकर्ता चिटफंड कंपनी संस्थान गई तो कंपनी दफ्तर में ताला लगाकर फरार हो गई। पुलिस के सुनवाई न करने पर पीड़ित ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। कोर्ट के आदेश पर खागा पुलिस ने चिटफंड कंपनी के चेयरमैन समेत पांच जालसाजों के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
खागा नगर के विजयनगर मोहल्ले में रहने वाले राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि महाराष्ट्र के मुंबई शहर के जोगेश्वरी बेस्ट स्थित उक्ता कोआपारेटिव बोर्ड सोसाइटी के निदेशक पृथ्वीपाल सिंह , पश्चिम बंगाल के आसनसोल दुर्गापुर के अरविंदनगर में रहने वाले मंडल के चीफ जनरल मैनेजर अवधूत मंडल, बाराबंकी जिले के कोतवाली के बांशी निवासी लीगल एडवाइजर अजय सिंह व फतेहपुर शहर के मुराइनटोला निवासी रामआसरे प्रजापति ने लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पने के उद्देश्य से वर्ष 2007 में खागा नगर के किशुनपुर रोड पर सुनील के मकान में चिटफंड संस्थान खोला।
इसमें कंपनी ने उसे अभिकर्ता बनाया और अच्छा ब्याज व दोगुणा रकम देने का झांसा देकर निवेशकों का 18 लाख 17 हजार 500 रुपये जमा कराए। इसी प्रकार अन्य अभिकर्ताओं में सूर्यप्रसाद मौर्य से 28 लाख 10 हजार, रामशरण से 31 लाख 52 हजार 500, अशोक कुमार ने 7 लाख 61 हजार 500, दिनेश कुमार प्रजापति ने 6 लाख 17 हजार, राजकुमार ने 39 लाख 93 हजार, ओमप्रकाश से 32 लाख 26 हजार, सीताराम से 14 लाख 74 हजार रुपये समेत कुल 1 करोड़ 55 लाख 22 हजार 500 रुपये फिक्स डिपाजिट जमा कराए।
जब फिक्स रकम 2 करोड़ 47 लाख 41 हजार 642 देने का समय आया तो वर्ष 2022 के पहले ही कंपनी संस्थान में ताला लगाकर भाग निकली।
खागा इंस्पेक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर चिटफंड कंपनी के चेयरमैन समेत पांच आरोपितों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
इन कंपनियों में निवेश कराए थे रुपये
पीड़ित एजेंट राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि टोगो रिटेल मार्केटिंग लि., जियो माइन्स-2 मेटल्स लि. पेट्रान मिनरल्स मेटेल्स लि. प्रेस्टो इक्सपोर्ट लि. मिलानी टेक्नो इंजीनियिरंग लि. बमशी इक्सपोर्ट लि. जैग पाली मार्स लि. निधि एक्ट के तहत वियाल म्युचुअल बेनिफिट निधि लि. कंपनियों मतें उन्हें अभिकर्ता बनाकर उक्त चिटफंड कंपनियों के निदेशक समेत पांच आरोपितों ने ग्राहकों का रुपया जमा कराकर हड़प लिया।
मास्टरमाइंड पर 10 से अधिक मुकदमे
शहर के मुराइनटोला मोहल्ले में रहने वाला उक्त चिटफंड कंपनी का मास्टरमाइंड रामआसरे प्रजापति व इसके साथ उक्त साथियों पर सदर कोतवाली समेत अन्य थानों में दस से अधिक धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं। इसके बावजूद पुलिस अभी तक इसे गिरफ्तार नहीं कर सकी जबकि पुलिस इसके घर में छापेमारी कई बार की लेकिन ताला लगा होने से लौट गई। अधिकतर मुकदमे कोर्ट के आदेश पर कायम हुए है।
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