फर्रुखाबाद में तेंदुए का आतंक, हमले में दो वनकर्मियों समेत 12 घायल; पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे डीएम-एसपी
फर्रुखाबाद में एक जंगली जानवर ने आतंक मचा दिया है। जानवर ने 12 लोगों पर हमला किया है जिसमें दो वनकर्मी भी शामिल हैं। घायलों में से एक की हालत गंभीर है। घटना के बाद आसपास के गांवों में अफरा-तफरी मच गई है। लोग लाइसेंसी असलहा लेकर सैकड़ों की संख्या में खेतों में पहुंच गए हैं। जिलाधिकारी और एसपी मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे हैं।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। खेत में आलू की फसल में सिंचाई कर रहे ग्रामीण पर सुबह तेंदुआ ने हमला कर दिया। चीखपुकार मचने पर आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण भी लाठी-डंडे लेकर आ गए। इसी बीच सड़क से निकल रहे दो छात्रों सहित सात ग्रामीणों को तेंदुआ ने घायल कर दिया। इसी दौरान ग्रामीणों की भीड़ एकत्र हो गई।
ग्रामीणों ने तेंदुआ को घेरकर लाठियां बरसा दीं, जिससे वह जख्मी होकर और हिंसक हो गया। वह भागकर आलू के खेत में छिप गया। इसी बीच एसडीएम सदर, थाना प्रभारी व वन विभाग की टीम मौके पर आ गई। खेत में खोजबीन के दौरान उसने वन दारोगा व दो वन रक्षकों को हमलाकर घायल कर दिया।
तीसरी बार के हमले में कई अन्य लोग घायल हुए। घायल कुल 16 लोगों में 11 का लोहिया अस्पताल में उपचार कराया गया। अन्य घायलों को स्वजन निजी अस्पताल ले गए। डीएम, एसपी व अन्य अधिकारी भी मौके पर डटे रहे। शाम को कानपुर से आई टीम ने गन चलाकर उसे बेहोश कर दिया और जाल में फंसाकर पिंजरे में बंद किया।
सिंचाई करते समय किसान पर बोला हमला
मऊदरवाजा क्षेत्र के गांव जसमई निवासी राजेश दीक्षित उर्फ नन्हें सोमवार सुबह अपने आलू के खेत में सिंचाई कर रहे थे। इसी दौरान तेंदुआ ने उन पर हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों ने चीख-पुकार मचाई तो तेंदुआ बघार नाले की ओर भागा।
इसी दौरान तेंदुआ ने सड़क पर जा रहे जितेंद्र सिंह राजपूत, पवन राजपूत, रमेश राजपूत निवासी पटपटन नगला, शेरसिंह निवासी खतवापुर, नरेश, अनुज राजपूत व रामनरेश को भी हमलाकर घायल कर दिया। इसमें जितेंद्र सिंह चेहरे पर गंभीर घाव हो गए।
लोग लाइसेंसी असलहा लेकर दौड़े
घटना से आसपास के गांवों में अफरातफरी मच गई। लोग लाइसेंसी असलहा लेकर सैकड़ों की संख्या में खेतों में पहुंच गए। इसी बीच एसडीएम सदर रजनीकांत पांडेय, मऊदरवाजा थाना प्रभारी जगदीश भाटी फोर्स लेकर आए, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट महेंद्र सिंह भी पहुंच गए। कुछ देर बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
ग्रामीणों के बताने पर वन विभाग की टीम आलू के खेत में खोजबीन कर रही थी, तभी तेंदुआ ने उन पर हमला कर दिया। जिससे वन दारोगा तावेज, वन रक्षक सचिन व वन रक्षक सिद्धार्थ देवानंद दुबे घायल हो गए। इसके बाद तेंदुआ भागकर दूसरे खेत में घुस गया।
ग्रामीणों ने पीछा किया तो तेंदुआ ने फिर हमला किया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हो गए। घायलों को ई-रिक्शा व एंबुलेंस से लोहिया अस्पताल भेजा गया। कुल 11 घायल लोहिया अस्पताल पहुंचे। अन्य पांच घायलों को स्वजन सुविधानुसार निजी अस्पताल ले गए।
अपर जिलाधिकारी सुभाष चंद्र प्रजापति व अपर पुलिस अधीक्षक डा.संजय कुमार भी मौजूद थे। दोपहर को जिलाधिकारी डा.वीके सिंह, पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी भी पहुंच गए हैं। कुछ देर बाद कानपुर से वन विभाग के दारोगा समीर सिंह सेंगर व डा.मोहम्मद नासिर टीम के साथ आ गए। वह बुलडोजर पर बैठकर बघार नाले के दूसरी तरफ गए।
बुलडोजर चालक योगेंद्र यादव ने झाड़ियों को हटाना शुरू किया तभी घायल तेंदुआ लेटा दिख गया। वन कर्मियों ने ट्रेंकुलाइजर गन से उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद जाल में लिटाकर टीम उसे कानपुर ले गई।
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