PM Awas Yojana का आ गया नया वर्जन, लाभार्थी आवास प्लस 2.13 App का उठाएं लाभ... अपने घर के लिए जल्द करें अप्लाई
प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के लाभार्थियों के सर्वे में तेजी लाने के लिए आवास-प्लस एप का नया वर्जन 2.13 लॉन्च किया गया है। इस अपडेट से सर्वे की प्रक्रिया सरल और तेज हो जाएगी। एप में तकनीकी खामियों को दूर करने के साथ-साथ कार्यक्षमता भी बढ़ाई गई है। सर्वेयरों को तेजी से कार्य करने में मदद मिलेगी और डाटा सत्यापन प्रक्रिया सरल हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) के तहत लाभार्थियों की सर्वेक्षण प्रक्रिया तकनीकी दिक्कतों के कारण धीमी थी। शिकायतों के बाद अब केंद्र सरकार की ओर से आवास-प्लस एप का नया वर्जन 2.13 लॉन्च कर दिया गया है, जिसे सर्वेयरों के मोबाइल में लोड किया जाएगा। इससे सर्वे में तेजी आने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री आवास योजना में लाभार्थियों के चयन और निर्माण स्थल के सत्यापन के लिए आवास-प्लस एप का उपयोग हो रहा है। इसमें मनरेगा जॉब कार्ड और आधार कार्ड डाटा का मिलान संबंधित पोर्टल से किया जाता है। हालांकि मनरेगा और यूआइडीएआइ पोर्टल से सत्यापन प्रक्रिया की धीमी गति के चलते कठिनाई आ रही थी।
900 लाभार्थियों का सर्वे हो चुका है पूरा
जिले में अभी तक सिर्फ 900 लाभार्थियों का सर्वे पूरा हो सका है। इसको देखते हुए विभिन्न जिलों से शासन को पत्र लिखे गए थे। इसी के बाद शासन की ओर से आवास-प्लस एप का नया वर्जन 2.13 लॉन्च कर दिया गया है। इससे समस्या का काफी हद तक समाधान होने की संभावना है।
जिला ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक कपिल कुमार ने बताया कि नए वर्जन को सर्वेयरों के मोबाइल में इंस्टाल कराया जा रहा है। इस वर्जन में तकनीकी खामियों को दूर करने के साथ-साथ एप की कार्यक्षमता भी बढ़ाई गई है। इससे सर्वे तेजी से पूरा हो सकेगा। सर्वेयरों को तेजी से कार्य करने में मदद मिलेगी और डाटा सत्यापन प्रक्रिया सरल हो जाएगी।
फरवरी तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य
सर्वे प्रक्रिया को फरवरी तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। शासन का उद्देश्य है कि प्रत्येक लाभार्थी का डाटा सत्यापित हो और उन्हें योजना का लाभ जल्द से जल्द मिले। नए वर्जन से उम्मीद की जा रही है कि सर्वेक्षण कार्य समय सीमा के भीतर पूरा किया जा सकेगा।
जियो-टैगिंग और थ्री-डी इमेजिंग का उपयोग
सर्वे प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता लाने के लिए जियो-टैगिंग और आवास की थ्री-डी इमेजिंग का उपयोग किया जा रहा है। प्रत्येक आवास की स्थिति का सटीक डाटा तैयार करने के लिए यह तकनीक सहायक हैं।
यह है आवास-प्लस एप से सर्वे की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों की पहचान और चयन के लिए एप के माध्यम से नई तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। एप के माध्यम से आधार आधारित ई-केवाईसी और जियो-टैगिंग की मदद से सटीक और पारदर्शी डेटा संग्रह किया जा रहा है। एप में सेल्फ सर्वे और असिस्टेड सर्वे के विकल्प दिए गए हैं।
इसमें डिजिटल प्रमाण सत्यापन आधारित प्रणाली जैसे जियो-टैग्ड और समय-चिह्नित फोटो डाटा संकलन शामिल है। एप में स्थानीय जलवायु और भौगोलिक कारकों के अनुसार 25 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में घर निर्माण के लिए आवासों के विभिन्न डिजाइन उपलब्ध हैं।
अपग्रेडेड एप्लिकेशन
आवास-प्लस एप्लिकेशन का शुरुआत में 2.0 वर्जन लांच किया गया था। तब से अब तक एप के चार वर्जन लांच हो चुके हैं। अब लेटेस्ट अपग्रेडेड वर्जन 2.13 लांच किया गया है।
इसे भी पढ़ें- पीएम आवास योजना में आया बड़ा अपडेट, अब इन लोगों को भी मिलेगा लाभ, आय सीमा में भी बढ़ोतरी
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।