राशन कार्ड ई-केवाईसी में लापरवाही कोटेदार को पड़ी भारी, उपजिलाधिकारी ने भेजा कारण बताओ नोटिस
Ration Card E-KYC फर्रुखाबाद में राशन कार्ड ई-केवाईसी में लापरवाही बरतने पर एक उचित दर विक्रेता को उपजिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। विक्रेता पर संदिग्ध राशन कार्डों के सत्यापन में रुचि न लेने और आदेशों की अवहेलना का आरोप है। तीन दिन में संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। कुल 1384 यूनिट्स का सत्यापन अभी बाकी है।

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। तहसील अमृतपुर के ग्राम पंचायत उधरनपुर लीलापुर के उचित दर विक्रेता को ई-केवाईसी में लापरवाही के मामले में उपजिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में विक्रेता पर संदिग्ध राशन कार्डों के सत्यापन में रुचि न लेने और आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाया गया है। तीन दिन में संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
1384 यूनिट्स का बाकी है सत्यापन
30 प्रतिशत राशन कार्ड धारकों की नहीं हो सकी ई-केवाईसी
विगत वर्ष जुलाई में शासन ने सभी राशन कार्ड धारकों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे। हालांकि, छह माह बीतने के बाद भी यह कार्य पूरा नहीं हो सका है। जनपद में अब तक लगभग 70 प्रतिशत राशन कार्ड धारकों की ही ई-केवाईसी पूरी हो पाई है। शेष 30 प्रतिशत उपभोक्ता अभी भी इस प्रक्रिया से बाहर हैं। शासन ने इस कार्य को पूर्ण करने के लिए अब 31 मार्च तक का समय बढ़ा दिया है।
जनपद में 14,26,449 यूनिट उपभोक्ता दर्ज हैं। इनमें अभी तक 986402 यूनिट का सत्यापन ई-केवाईसी के माध्यम से हो चुका है। राशन वितरण में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से शुरू की गई ई-केवाईसी की प्रक्रिया में ब्लाक राजेपुर और नवाबगंज की प्रगति खराब रही है।
दोनों विकासखंडों के पूर्ति निरीक्षकों को तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि शासन द्वारा समय सीमा बढ़ाए जाने के बाद उम्मीद है कि जिले में ई-केवाईसी की प्रक्रिया निर्धारित समय तक पूरी कर ली जाएगी।
जिला पूर्ति अधिकारी सुरेंद्र यादव ने बताया कि ई-केवाईसी की धीमी प्रगति का प्रमुख कारण विभागीय पोर्टल की धीमी गति और राशन कोटेदारों की अरुचि है। बच्चों के आधार कार्ड न होने से भी समय लग रहा है। इसके मद्देनजर कोटेदारों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सुबह से दोपहर एक बजे तक राशन वितरण करें और उसके बाद ई-केवाईसी का कार्य करें।
उन्होंने बताया कि ई-केवाईसी में जनपद का प्रदेश में 35वां स्थान है। शासन से अब अंतिम तिथि बढ़ा कर 31 मार्च कर दी गई है। निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
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