छात्रों के हक पर डाका! फर्रुखाबाद में डिजिटल सशक्तीकरण की आड़ में घोटाला, 43.40 लाख के 434 स्मार्टफोन गायब
फर्रुखाबाद में डिजिटल सशक्तीकरण योजना में एक बड़ा घोटाला सामने आया है। छात्रों को वितरित किए जाने वाले 43.40 लाख रुपये के 434 स्मार्टफोन गायब हो गए है ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। डिग्री कालेज व तकनीकी प्रशिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत छात्रों के डिजिटल सशक्तीकरण के उद्देश्य से शुरू की गई प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी डिजिशक्ति योजना के तहत जनपद में बड़ा घोटाला सामने आया है। ई-डिस्ट्रिक्ट तंत्र के स्तर पर अब तक की जांच में 434 स्मार्टफोन गायब होने की पुष्टि हो चुकी है। जिनकी कीमत करीब 43.40 लाख बनती है। इनमें 185 स्मार्टफोन ई-डिस्ट्रिक्ट लैब के गोदाम से ही गायब पाए गए हैं, जबकि 249 स्मार्टफोन ऐसे हैं, जो रिकार्ड के अनुसार कालेजों को भेजे गए, लेकिन संबंधित संस्थानों ने उन्हें मिलने से साफ इनकार कर दिया। इसमें पूर्व ई डिस्ट्रिक्ट मैनेजर की भूमिका जांच के घेरे में आ गई है तथा प्रशासन एफआइआर की तैयारी में जुटा है।
इतनी डिवाइस मिली थी
प्रदेश में स्नातक, स्नातकोत्तर, डिप्लोमा, कौशल विकास, पैरा मैडिकल तथा नर्सिंग आदि विभिन्न शिक्षण - प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अध्ययनरत छात्रों को स्मार्ट फोन - टैबलेट निश्शुल्क वितरण की डिजिशक्ति योजना के तहत शासन स्तर से जनपद को कुल 55212 डिवाइस उपलब्ध कराए गए थे। इनमें 36950 स्मार्टफोन व 18262 टैबलेट शामिल थे। स्नातक के छात्रों को स्मार्ट फोन व परास्नातक, डिप्लोमा, नर्सिंग, मेडिकल के छात्रों को टैबलेट दिया जाता है।
इतने स्मार्टफोन और टेबलेट
डिजिशक्ति पोर्टल के अनुसार अभी 4287 डिवाइस वितरण के लिए लंबित दिखाए जा रहे हैं। इनमें 871 स्मार्टफोन व 3416 टैबलेट हैं। यही आंकड़े जांच का आधार बने। ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर कार्यालय के अनुसार पोर्टल पर लंबित दिख रहे 871 स्मार्टफोन में 675 विभिन्न महाविद्यालयों के नाम दर्ज हैं। इस आधार पर शेष 196 स्मार्टफोन जिला गोदाम में मौजूद होने चाहिए थे, लेकिन जब भौतिक सत्यापन किया गया, तो गोदाम में केवल 11 स्मार्टफोन ही मिले। यानी 185 स्मार्टफोन सीधे गोदाम से ही गायब पाए गए। जब महाविद्यालय स्तर पर पड़ताल हुई, तो और भी गंभीर तथ्य सामने आए।
कालेज प्रशासन ने किया इनकार
फूलन श्री महिला महाविद्यालय तकीपुर व श्री पहुंची लाल महाविद्यालय लखरौआ ने स्मार्टफोन मिलने से साफ इनकार कर दिया। जबकि इन दोनों महाविद्यालयों में 249 स्मार्टफोन वितरण के लिए ही लंबित दिख रहे हैं। अभी यह भी सामने नहीं आया है कि इन विद्यालयों को वास्तव में कितने डिवाइस दिए गए थे। इस तरह अब तक 249 और 185, कुल 434 स्मार्टफोन के गायब होने की तो शतप्रतिशत पुष्टि हो चुकी है। यह संख्या आगे और बढ़ सकती है, क्योंकि शेष कालेजों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। टैबलेट के मामले में अभी पूरा भौतिक सत्यापन नहीं हुआ है, लेकिन 3416 टैबलेट वितरण लंबित होने के कारण इस मोर्चे पर भी गड़बड़ी की आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा। पूरे प्रकरण ने यह साफ कर दिया है कि डिजिशक्ति योजना में जनपद में बड़े पैमाने पर घोटाला किया गया है।
अपर जिलाधिकारी ने ये कहा
अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि गड़बड़ी का केंद्र वितरण व रिकार्ड प्रबंधन है। भौतिक सत्यापन, पोर्टल डाटा और हैंडओवर रिकार्ड के मिलान के बाद ही अंतिम संख्या तय होगी। मामले की जांच एसडीएम रविंद्र कुमार सिंह को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
क्रम संख्या - संस्था का नाम - लंबित डिवाइस की संख्या
- 1 - बद्री विशाल पीजी कालेज फर्रुखाबाद - 3
- 2 - चंद्र प्रकाश शोभा महाविद्यालय फर्रुखाबाद - 1
- 3 - डा. ओम प्रकाश इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट फर्रुखाबाद - 7
- 4 - महेश दुबे अपूर्वा महाविद्यालय फर्रुखाबाद - 2
- 5 - मेजर एस डी सिंह डिग्री कालेज मोहम्मदाबाद - 3
- 6 - मेजर एस डी सिंह ला कालेज बेवर रोड फर्रुखाबाद - 1
- 7 - मेजर एस डी सिंह कृषि एवं वाणिज्य डिग्री कालेज फर्रुखाबाद - 41
- 8 - मेजर एस डी सिंह महाविद्यालय सकवाई फर्रुखाबाद - 184
- 9 - नारायण आर्य कन्या पाठशाला फर्रुखाबाद - 57
- 10 - फूलन श्री महिला महाविद्यालय तकीपुर फर्रुखाबाद - 203
- 11 - रामकृष्ण महाविद्यालय रानूखेड़ा कमालगंज - 14
- 12 - शांति निकेतन महाविद्यालय शांति नगर फर्रुखाबाद - 31
- 13 - श्री छवि नाथ सिंह महाविद्यालय मोहम्मदाबाद - 20
- 14 - श्री बाबू सिंह बालिका डिग्री कालेज नवाबगंज - 1
- 15 - श्री बाबू सिंह डिग्री कालेज फतेहगढ़ फर्रुखाबाद - 19
- 16 - श्री पहुंची लाल महाविद्यालय लखरौआ फर्रुखाबाद - 46
- 17 - श्री राजेंद्र सिंह कालेज नवाबगंज फर्रुखाबाद - 6
- 18 - वीरेंद्र सिंह कटियार महाविद्यालय शांति नगर - 36
- कुल - 675

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।