उत्तर प्रदेश लिंक एक्सप्रेस-वे की डिजाइन में बदलाव, इस जिले में दो हजार किसानों की होगी भूमि अधिग्रहित
उत्तर प्रदेश लिंक एक्सप्रेस-वे की डिजाइन में बदलाव किए जाने के बाद फर्रुखाबाद जिले की भूमि अधिग्रहित की जाएगी। प्रस्तावित मार्ग के कारण लगभग दो हजार किसानों की भूमि अधिग्रहित की जाएगी जिसका प्रशासन ने प्रारंभिक सर्वे शुरू कर दिया है।

तहसील सदर को अब 30 गांवों की सूची मिली।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने लिंक एक्सप्रेस-वे की डिजाइन में कुछ बदलाव किया है। जिससे अब कट पर अधिक भूमि का अधिग्रहण नहीं होगा। तहसील सदर को अब 30 गांवों की सूची मिली है। जिसका परिसीमन कर भूमि की कीमत आंकने के लिए विभिन्न विभागों को भेजा गया है। विभागों से रिपोर्ट मिलते ही अधिग्रहण की सूचना जारी की जाएगी। दरअसल किसान कट पर अधिक भूमि लिए जाने को लेकर विरोध कर रहे थे।
चार माह पहले हुई थी नाप
जनपद इटावा के कुदरकोट में लखनऊ - आगरा एक्सप्रेस-वे से मैनपुरी, फर्रुखाबाद होते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे से मिलने वाला 91 किलोमीटर का लिंक एक्सप्रेस-वे स्वीकृत है। जिसमें गांव गांधी, बरौन, खिमसेपुर व नीबकरोरी के पास कट प्रस्तावित हैं। गांव हाथीपुर तिराहे के निकट कट बनाने के लिए चार माह पहले भूमि की नापजोख हुई थी। तिराहे के पास दर्जनों आवासीय व व्यवसायिक भवन कुछ वर्ष पहले ही बन चुके हैं, कुछ का निर्माण अभी चल रहा है।
इस वजह से विरोध
कुछ असरदार किसानों की भूमि जद में आ रही थी। इसको लेकर विरोध प्रदर्शन भी हो चुका है। पूर्व में हुई नापजोख में 39 गांव की सूची यूपीडा की ओर से तहसील सदर को सौंपी गई थी, लेकिन अब डिजाइन में बदलाव किया गया है। तहसीलदार को अब 30 गांवों की सूची भेजी गई है। जिसमें लगभग दो हजार किसानों की भूमि का अधिग्रहण होगा। तिराहे पर बनने वाला कट अब गांव हथियापुर व गांव बरौन के बीच में बनेगा।
बौद्ध तीर्थस्थल संकिसा के लिए यहां कट
कट में जगह भी पहले की अपेक्षा कम जाएगी। शहर के लोगों को एक्सप्रेस-वे पर आने-जाने के लिए गांव बरौन का कट नजदीक होगा। विकल्प के तौर पर बरेली हाईवे के गांव गांधी के पास बनने वाले कट का भी उपयोग कर सकेंगे। जबकि बौद्ध तीर्थस्थल संकिसा आने - जाने वाले लोगों के लिए बाबा नीबकरोरी धाम व खिमसेपुर में बनने वाला कट नजदीक पड़ेगा।
इन गांवों की भूमि का होगा अधिग्रहण
अदिउली, आमिलपुर, आवाजपुर, बाबरपुर, रानीगढ़, बराकेशव, बरौन, बीसलपुर तराई, चकर पट्टी, गंगोली, गुतासी, हाथीपुर, जनैया सठैया, कटैया, कटरी धर्मपुर, कटरी भीमपुर, कन्हऊ याकूबपुर, रशीदपुर, सिरमौरा तराई, कटरी कंचनपुर, कुबेरपुर घाट, शिकारपुर घाट, सिठऊपुर कुर्मी, सिरौली, भगुना अतनपुर, मदनपुर, नगला बाग रठौरा, खिमसेपुर, नीबकरोरी व भटकुर्री।
‘लिंक एक्सप्रेस-वे के डिजाइन में कुछ बदलाव हुआ है। इस कारण अब तहसील सदर के 30 गांव की भूमि अधिग्रहीत होगी। जिसमें करीब दो हजार किसानों की भूमि ली जाएगी। परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करने के लिए वन विभाग, पीडब्ल्यूडी, नलकूप विभाग आदि से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट मिलते ही अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।’
- सनी कनौजिया, तहसीलदार सदर

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