कोरोना ने घटाई रेलवे की आय, खाली जा रहीं दिल्ली, मुंबई की ट्रेनें
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद दिल्ली जाने वाली कानपुर-भिवानी कालिदी एक्सप्रेस ट्रेन व कानपुर-आन
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : दिल्ली जाने वाली कानपुर-भिवानी कालिदी एक्सप्रेस ट्रेन व कानपुर-आनंद बिहार एक्सप्रेस ट्रेन में रिजर्वेशन के लिए खासी मारामारी रहती है। मुंबई, गुजरात व अन्य प्रदेशों के लिए भी रिजर्वेशन की खासी किल्लत रहती थी, लेकिन कोरोना ने रेलवे को फिर तगड़ा झटका दिया है। मुंबई व दिल्ली से आने वाली ट्रेनें तो फुल हैं, लेकिन इन शहरों को वापस जाने वाली ट्रेनों में यात्रियों की संख्या एकाएक घट गई है।
कोरोना के पहले चरण के प्रकोप से उबरने के बाद ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था तो दिल्ली, मुंबई आदि शहरों के लिए रिजर्वेशन फुल हो गए थे। सर्वाधिक वेटिग दिल्ली जाने वाली कानपुर-भिवानी कालिदी एक्सप्रेस ट्रेन व कानपुर-आनंद बिहार एक्सप्रेस ट्रेन में थी, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने रेलवे को फिर तगड़ा झटका दे दिया है। दिल्ली, मुंबई सहित अन्य महानगरों के लिए जाने वाली ट्रेनें खाली जा रही हैं। रविवार को कानपुर-आनंद बिहार एक्सप्रेस ट्रेन भी खाली गई। लॉकडाउन का असर पैसेंजर ट्रेनों पर भी पड़ गया है। अनवरगंज-कानपुर एक्सप्रेस ट्रेन में मात्र 12 रिजर्वेशन टिकट खरीदे गए थे। अधिकांश सीटें खाली थीं। रेलवे स्टेशन पर बाहर से आने वाले यात्रियों के स्वास्थ्य की चेकिग की भी कोई व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है। रेलवे की ओर से गेट पर लगाए गए टिकट निरीक्षक प्लेटफार्म पर जाने वाले यात्रियों की टिकट दूर से देखते हैं। आने वाले यात्रियों से कोई पूछताछ नहीं की जाती। वाणिज्य अधीक्षक सीपी पटेल ने बताया कि 10 दिन पहले तक दैनिक आय एक लाख रुपये से अधिक हो गई थी, लेकिन कोरोना महामारी बढ़ने से आय अचानक घट गई है। रविवार को दिल्ली, मुंबई व जम्मू के 43 रिजर्वेशन टिकट निरस्त हो गए, जिसका 7710 रुपये किराया वापस किया गया। पिछले एक सप्ताह से रिजर्वेशन निरस्त हो रहे हैं। यात्रियों की संख्या भी घट गई है। गांवों में न सैनिटाइजेशन न सफाई, प्रवासियों की भीड़
संवाद सूत्र, संकिसा : मोहम्मदाबाद व नवाबगंज ब्लाक के कई गांव ऐसे हैं, जहां दिल्ली, नोएडा, मुंबई, जयपुर आदि शहरों से लोग वापस लौटे हैं। इनमें बहुत से लोगों को पंचायत चुनाव लड़ प्रत्याशियों ने अपने खर्चे पर बुलाया है। ग्राम पंचायतों में सैनिटाइजेशन और सफाई अभियान न चलाए जाने से संक्रमण की आशंका बढ़ गई है।
पंचायत चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने बाहर रह रहे लोगों को अग्रिम किराया देकर वोट डालने के लिए बुलाया है। इन लोगों की सूचना किसी भी व्यक्ति ने न तो थाने में दी और न ही किसी सक्षम अधिकारी को। किसी की भी कोरोना जांच भी नहीं हुई है। लोग स्थानीय लोगों के साथ ही रह रहे हैं। ऐसे में गांव देहात जो अब तक कोरोना संक्रमण से मुक्त है, उनमें भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।