Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा से पहले रामनगरी में बसेंगी टेंट कालोनियां, आवास के लिए बड़े भूखंड की तलाश हुई शुरू
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या की परिधि में छोटे व बड़े भूखंडों पर दर्जनों अस्थायी टेंट कालोनियां बसाई जाएंगी। ये कालोनियां सरयू तट से लेकर अयोध्या के मध्य तक में नजर आएंगी। इसके लिए जगह तलाशी जा रही है। बता दें यहां मकर संक्रांति से दस दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा उत्सव प्रारंभ होगा। इस आयोजन में लाखों भक्तों के शामिल होने का अनुमान है।
अयोध्या, प्रवीण तिवारी। आगामी जनवरी माह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इससे पहले अयोध्या की परिधि में छोटे व बड़े भूखंडों पर दर्जनों अस्थायी टेंट कालोनियां आकार लेंगी। ये कालोनियां सरयू तट से लेकर अयोध्या के मध्य तक में नजर आएंगी। इसके लिए भूमि की तलाश हो रही है।
लाखों भक्तों के शामिल होने का अनुमान
इन कालोनियों में भक्तों के लिए आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। यहां मकर संक्रांति से दस दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा उत्सव प्रारंभ होगा। इस आयोजन में लाखों भक्तों के शामिल होने का अनुमान है। इसको ध्यान में रखते हुए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ऐसी योजना बना रहा है, जिससे कोई भक्त यहां आने के बाद मायूस न हो। उसे भोजन व आवास की सुविधा मिले। हालांकि, यह उत्सव पूरे देश में उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाने की योजना है।
आरएसएस, विहिप को दी गई है जिम्मेदारी
भक्तों को गांव-गांव व शहर-शहर रुक कर ही उत्सव मनाने का संदेश दिया जाने लगा है, जिससे पूरा देश राममय बन सके। प्राण प्रतिष्ठा समिति ने अयोध्या की क्षमता के अनुसार यहां लोगों को आमंत्रित करने की योजना तैयार की है। इस पर केंद्रित चर्चा हो रही है। अति विशिष्ट अतिथियों के आवास के लिए नगरी के मठ, मंदिरों, धर्मशालाओं को आरक्षित कराया जा रहा है। आरएसएस, विहिप को आयोजन की व्यवस्था का जिम्मा दिया गया है। कार्यकर्ता व प्रमुख पदाधिकारी व्यवस्था के होमवर्क को गति दे रहे हैं।
रामसेवकपुरम परिसर की हो रही साफ-सफाई, यहां बनेगा भंडारगृह अयोध्या
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश व दुनिया से लाखों भक्तों के आने का अनुमान है। इसलिए कई भोजनालय संचालित होंगे। इनके लिए भी जगह की तलाश हो रही है। बुधवार को रामसेवकपुरम परिसर को भी इस दृष्टि से साफ सुथरा किया गया। यहां एक बड़ा शेड बनाने की योजना है, जिसमें भोजन सामग्री भंडारित की जाएगी। इससे जुड़े प्रमुख लोगों ने बताया कि इसी तरह कई स्थानों पर शेड बनाया जाएगा। कहीं भोजनालय तो कहीं भंडारघर बनाये जाएंगे। इस परिसर में बाहर से लायी गई शिलायें रखी हैं, जिसे यहां बने मंदिर के पास शिफ्ट किया गया है।
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